Jammu and Kashmi: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज अपने 3 दिवसीय दौरे के दूसरे दिन आईआईटी जम्मू के नये कैंपस का उद्घाटन किया। गृहमंत्री शाह के साथ इस कार्यक्रम में जम्मू-कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा, केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह और केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी मौजूद थे। अमित शाह केंद्र जम्मू और कश्मीर के 3 दिवसीय दौरे पर वहां 23 अक्टूबर को पहुंचे हैं।
गृह मंत्री अमित शाह ने 23 अक्टूबर को एक कार्यक्रम में कहा कि कश्मीर के यूवाओं को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शांतिपूर्ण और विकसित जम्मू कश्मीर के सपने को साकार करने के लिए आगे आना चाहिए। इसके अलावा गृहमंत्री अमित शाह ने कश्मीर की आवाम से कहा कि परिसीमन के बाद जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव होंगे और उसके बाद जम्मू-कश्मीर का राज्य दर्जा भी बहाल कर दिया जाएगा।
अमित शाह ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि आज जम्मू कश्मीर में युवा विकास, रोजगार और पढ़ाई की बात कर रहा है। यह बहुत बड़ा बदलाव है। अब कोई कितनी भी ताकत लगा ले, इस बदलाव की बयार को कोई अब रोक नहीं सकता है।
कश्मीर घाटी में बढ़ रही आतंकी गतिविधियों पर अमित शाह ने कहा कि मैं विश्वास दिलाता हूं कि जम्मू कश्मीर की शांति में जो भी खलल डालना चाहेगा, उससे हम सख्ती से निपटेंगे। यहां विकास की जो यात्रा शुरु हुई है, इसमें कोई भी रोढ़ा नहीं अटका पाएगा।
गृहमंत्री शाह ने कहा कि आजादी के बाद भारत सरकार ने प्रति व्यक्ति के हिसाब से जम्मू कश्मीर को सबसे ज्यादा मदद की है, लेकिन यहां की गरीबी, बेरोजगारी नहीं गई। इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास नहीं हुआ। अब यहां से गरीबी जा रही है, लोगों को रोजगार के अवसर मिल रहे हैं।
गौरतलब है कि धारा 370 के समाप्त होने के बाद गृहमंत्री अमित शाह का यह पहला जम्मू-कश्मीर कादौरा है। कश्मीर में अक्टूबर की शुरुआत से आतंकवादियों द्वारा किए जा रहे टारगेट किलिंग को लेकर अमित शाह ने सैन्य अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक की।
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