Jammu-Kashmir में बीते महीने में बढ़ी आतंकी गतिविधियों को सख्ती से समाप्त करने के लिए केंद्र और जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने सेना और सुरक्षाबलों को फ्री हैंड दे दिया है। इसके साथ ही सेना की ओर से जम्मू-कश्मीर की आम आवाम से अपील की गई है कि सुरक्षा बलों के द्वारा चलाये जा रहे व्यापक सर्च अभियान में सहयोग करे और अपने घरों से बाहर न निकले।
कश्मीर के लोगों के सपोर्ट में ट्विटर पर KashmirNeedsToBeHeard ट्रेंड कर रहा है
वहीं ट्विटर पर कश्मीर की आवाम के अधिकारों के हक में यूजर #KashmirNeedsToBeHeard ट्रेंड करा रहे हैं। ट्विटर पर लोगों का कहना है कि कश्मीर की आवाम किसी भी कीमत पर अमन और चैन चाहती है। इसके अलावा लोगों का कहना है कि कश्मीर शांति और लोकतंत्र का पक्षधर है और वहां पर किसी भी बेगुनाह को सजा नहीं मिलनी चाहिए। इसके लिए हमें मिलकर आवाज उठाने की जरूरत है।
रजनीश गुप्ता नामक एक यूजर कह रहे हैं कि कश्मीर पिछले 7 दशक से आतंकवाद को झेल रहा है। वहां सुरक्षित जीवन एक मजाक बनकर रह गया है।
एक अन्य यूजर मिथिला ट्वीटर पर लिखती हैं कि वो कश्मीर के लोगों के साथ खड़ी हैं, कश्मीर की जनता को केवल सुख और शांति चाहिए।
सेना के जवान अर्ध सैन्यबलों के साथ मिलकर आतंकियों के खिलाफ पुंछ और राजौरी जिलों के वन क्षेत्र में लगातार आतंकवादियों के खिलाफ ऑपरेशन चला रहे हैं। 9 दिनों से चल रहे इस आपरेशन में कई सैनिकों के भी हताहत होने की खबरें हैं।
सेना ने लोगों को घरों में रहने की सलाह दी है
बीते कुछ महीने में आतंकियों के द्वारा नागरिकों और सैन्य बलों हो रहे हमलों में काफी तेजी आयी है, जिससे आजीज आकर अब सुरक्षा बल बी आरपार की लड़ाई के मूड में है। इसके लिए संदिग्ध क्षेत्रों में सुरक्षा कर्मियों की भारी तादात को तैनात कर दिया गया है। वहीं इन क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को घरों में ही रहने की सलाह दी गई है। इसके लिए मेंढर में लाउडस्पीकरों से सार्वजनिक घोषणाएं भी की गई। वहीं भट्टा दुर्रियां और आसपास के क्षेत्रों में स्थानीय मस्जिदों से मुनादी कर लोगों को सतर्क किया गया।
आतंकियों से मुठभेड़ में सेना के कई जवान हुए हैं शहीद
जम्मू-कश्मीर के पुंछ में विगत दिनों आतंकियों के साथ मुठभेड़ में भारतीय सेना के एक जेसीओ समेत 4 जवान शहीद हो गए थे। जिसके बाद सेना ने जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले के सुरनकोट अधिकार क्षेत्र में डीकेजी के करीब के गांवों में ऑपरेशन शुरू किया था। सेना के पास इंटेलिजेंस इनपुट है कि उस इलाके में अब भी आतंकियों की भारी तादात मौजूद है।
इसी सिलसिले में सेना प्रमुख एमएम नरवणे ने भिंबर गली सहित पुंछ के कई फॉरवर्ड इलाकों का दौरा किया था और वहां आतंकियों के खिलाफ जारी ऑपरेशन का जायजा लिया था। इसके साथ ही दिल्ली में अमित शाह हालात पर नजर बनाये रखे हुए हैं। जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल मनोज सिन्हा हर समय गृह मंत्री अमित शाह के साथ संपर्क में हैं और राज्यपाल की ओर से हालात की पूरी जानकारी गृह मंत्रालय के पास भेजी जा रही है।