भारतीय वायुसेना (IAF) ने बुधवार को हुई हेलीकॉप्टर दुर्घटना (Helicopter Crash) के कारणों की जांच के लिए एक ट्राई-सर्विस कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का गठन किया है। वायु सेना का कहना है कि जांच तेजी से पूरी की जाएगी और तथ्यों को सामने लाया जाएगा। वायु सेना ने अपील की है कि तब तक, मरने वालों की गरिमा का सम्मान करते हुए, बेबुनियाद अटकलों से बचा जाए। मालूम हो कि एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह दुर्घटनाग्रस्त हुए हेलीकॉप्टर की जांच का नेतृत्व करेंगे। सिंह भारतीय वायु सेना के प्रशिक्षण कमान के कमांडर हैं और खुद एक हेलीकॉप्टर पायलट हैं।
सीडीएस का हेलीकॉप्टर हुआ था दुर्घटनाग्रस्त
बता दें कि पूरा देश इस समय दिवंगत सीडीएस बिपिन रावत (Bipin Rawat) और अन्य सशस्त्र बलों के जवानों को श्रद्धांजलि दे रहा है। कल रात सीडीएस और सशस्त्र बलों के अन्य जवानों का पार्थिव शरीर दिल्ली पहुंचा। गौरतलब है कि बुधवार को देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत (Bipin Rawat) और उनकी पत्नी मधुलिका रावत को वेलिंगटन के डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज ले जा रहा हेलीकॉप्टर नीलगिरि पहाड़ियों के घने जंगलों वाले पहाड़ी इलाकों में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस घटना में रावत और उनकी पत्नी समेत 13 लोगों ने अपनी जान गंवा दी।
दिल्ली कैंट में होगा बिपिन रावत का अंतिम संस्कार
बता दें कि सेना ने कहा कि उसने सभी मृतकों की उचित सैन्य अंत्येष्टि की योजना बनाई है और मृतकों के परिजनों के साथ संपर्क किया जा रहा है। वहीं शुक्रवार को सीडीएस आवास पर सीडीएस जनरल बिपिन रावत को श्रद्धांजलि दी गयी। कुछ ही समय में सीडीएस रावत के पार्थिव शरीर को दिल्ली कैंट बराड़ स्क्वायर में अंतिम संस्कार के लिए जाया जाएगा।
संबंधित खबरें :
क्या है Mi-17V-5 सैन्य हेलिकॉप्टर? जिसपर सवार थे CDS Bipin Rawat
CDS बिपिन रावत का हेलिकॉप्टर क्रैश, घटना पर गुरुवार को संसद में राजनाथ सिंह देंगे बयान
क्या होता है CDS का पद? जानें भूमिका और जिम्मेदारी
CDS Bipin Rawat का हेलिकॉप्टर दुर्घटना में निधन, कुन्नूर के पास हुआ था हादसा