प्रधानमंत्री Narendra Modi से हिंदू महासभा हुआ नाराज, कार्यालय से हटा दी तस्वीर

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प्रधानमंत्री Narendra Modi ने कल जैसे ही तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा की, हिंदू महासभा नाराज हो गया। एक तरफ जहां पूरे देश के किसानों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस फैसले का स्वागत किया है वहीं दूसरी तरफ हिंदू महासभा ने प्रधानमंत्री मोदी के इस फैसले को निराशाजनक बताया है।

उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में हिन्दू महासभा के दफ्तर में लगी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर को वहां के पदाधिकारियों ने विरोध के तौर पर हटा दिया है।

इस मामले में बात करते हुए हिंदू महासभा के पदाधिकारी ने कहा कि ऐसे राष्ट्र नेता की फोटो कार्यालय में नहीं लगाएंगे, जो अपनी बातों से पलट जाएं। उन्होंने आज कृषि कानूनों को वापस लिया है। हो सकता है कल को सीएए, एनआरसी और धारा 370 भी वापस ले लें।

हिंदू महासभा का आरोप सत्ता में बने रहने के लिए लिया फैसला

उन्होंने कहा कि अगर आज उन्होंने केवल सत्ता में बने रहने के लिए समझौता किया है तो इसका बहुत गलत संदेश जा रहा है। आने वाले समय में वो दबाव के कारण धारा 370, सीएए- एनआरसी कानून को भी वापस ले सकते हैं।

पूजा शकुन पांडे ने कहा कि यही कारण है कि हमारे पदाधिकारियों ने हिंदू महासभा के कार्यालय से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर को हटा दी है। मालूम हो कि यह वही पूजा शकुन पांडे हैं जिन्होंने बेहद शर्मनाक हरकत की थी। पूजा राष्ट्रपिता महात्मा गांघी के जन्मदिन के अवसर पर उनके पोस्टर को सांकेतिक तौर पर गोली मार रही थी। जिसके बाद इस घटना की फोटो वायरल होने के बाद उनपर यूपी पुलिस ने मामला भी दर्ज किया था।

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इस मामले में अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अशोक कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर हमने उस दिन लगाई थी। जब उन्होंने जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाई थी लेकिन आज उन्होंने जिस तरीके से तीनों कृषि कानून वापस लिए हैं।

महासभा का आरोप, सरकार ने दबाव में यह कानून वापस लिया है

महासभा ने आरोप लगाया कि सरकार ने कथित आततायियों के आगे घुटने टेक दिए हैं। अब तक सरकार जिन किसानों को अलगाववादी, खालिस्तानी, गुंडे कहती थी। उनके दबाव में यह कानून वापस लिया है।

अशोक पांडे ने कहा कि अगर फिर से दिल्ली में सीएए-एनआरसी को लेकर लोग धरने पर बैठेंगे तो सरकार दबाव में यह कानून भी वापस लेगी। सरकार ने अपनी कथनी और करनी में अंतर किया है. इससे समूचे देश का विश्वास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तोड़ा है. इसलिए अपने कार्यालय से प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीर को हटा दिया है. हमें ऐसे व्यक्ति से कोई उम्मीद नहीं है जो अपनी बातों से पलट जाए।

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