Farooq Abdullah ने पाकिस्तानी दहशतगर्दों को एक बार फिर तगड़ा जवाब दिया है। नेशनल कांफ्रेंस के प्रमुख फारूख अब्दुल्ला ने कश्मीर घाटी में एक शोक सभा में कहा कि कि कश्मीर के लोगों को साहसी बनना पड़ेगा और मिलकर हत्यारों से लड़ना होगा।
कश्मीर के एक स्कूल की प्रिंसिपल सुपिंदर कौर की श्रद्धांजलि सभा में अब्दुल्ला ने कहा, ‘कश्मीर कभी पाकिस्तान का हिस्सा बन ही नहीं सकता क्योंकि हम भारत का हिस्सा हैं और रहेंगे, इसके लिए भले ही मुझे गोली मार दी जाए।’
टीचर को मारने से इस्लाम की खिदमत नहीं होती
सुपिंदर कौर की शोक सभा में मौजूद सिख समूह से फारूख अब्दुल्ला ने कहा, ‘केवल आपका समुदाय है जो सबके जाने के बाद भी यहीं रहा। छोटे-छोटे बच्चों को पढ़ाने वाली एक टीचर को मारने से इस्लाम की खिदमत नहीं होती।’ सुपिंदर कौर को बीते 7 अक्टूबर को आतंकवादियों ने उनके आवास के पास गोली मारकर हत्या कर दी थी।
साल 1990 में जब आतंकवाद अफने चरम पर था और हिंदू समुदाय के लोग तेजी से घाटी छोड़ रहे थे। उस वक्त सुपिंदर के परिवार ने घाटी को न छोड़ने का फैसला किया। सुपिंदर ने हमेशा अमन-चैन और भाईचारे की बात की लेकिन आतंकियों को यह अच्छा नहीं लगा और उन्होंने सुपिंदर को गोली मार दी।
आतंकियों के खिलाफ हमें मिलकर लड़ना होगा
अब्दुल्ला ने सुपिंदर कौर के हत्यारों की निंदा करते हुए कहा, ‘हमें इन जानवरों से लड़ना होगा। कश्मीर कभी पाकिस्तान नहीं बनेगा, इस बात को याद रखना। आतंकवादियों को कभी सफलता नहीं मिलेगा, उनकी साजिश नाकाम होकर रहेगी लेकिन हम सभी को यानी हिंदुओं, मुस्लिमों, सिखों और ईसाइयों को मिलकर उनके खिलाफ लड़ना होगा।’
इसके साथ ही फारूख अब्दुल्ला ने यह भी कहा कि इस समय भारत में नफरत का तूफान चल रहा है और मुस्लिम, हिंदू तथा सिख समुदायों को आपस में बांटा जा रहा है। हमें बांटने की इस राजनीति को रोकना होगा, अन्यथा भारत नहीं बचेगा।
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