आजकल सोशल मीडिया का दौर ऐसा है कि कोई भी व्यक्ति अपने किसी भी व्यक्तिगत विचार को फेसबुक और ट्विटर जैसे सोशल साइट्स की मदद से पूरी दुनिया से साझा कर सकता है। भारत में अपने विचारों को व्यक्त करने और अपनी बात बोलने का अधिकार हर नागरिक को है। लिहाजा कई बार नागरिकों के व्यक्तिगत बयान विवाद का रूप ले लेते हैं। ये विवाद तब और ज्यादा बड़ा हो जाता जब ऐसे विचार किसी नेता, अभिनेता, गायक या खिलाड़ी ने दिया हो।

सोनू के विवादास्पद विचार

आज ऐसा ही एक ताजा वाकया सामने आया है। इस बार भारत के मशहूर गायक सोनू निगम ने ट्विटर पर अपने कुछ विचार को लोगों से साझा किया है जिसपर विवाद खड़ा हो गया है। सोनू ने सोमवार सुबह एक के बाद एक चार ट्वीट में अपना गुस्सा जाहिर किया। उन्होंने लिखा, ‘ईश्वार सबका भला करे। मैं मुस्लिम नहीं हूं पर फिर भी मुझे सुबह अज़ान के चलते उठना पड़ता है। भारत में यह जबरन धार्मिकता कब खत्म होगी? बता दूं कि जब मोहम्मद ने इस्लाम बनाया तब बिजली नहीं थी। एडिसन के बाद भी मुझे यह शोर क्यों  सुनना पड़ता है? मैं किसी मंदिर या गुरुद्वारे द्वारा उन लोगों को जगाने के लिए बिजली के उपयोग को जायज नहीं मानता जो धर्म पर नहीं चलते। फिर क्यों ? ईमानदारी? सच्चाई? गुंडागर्दी है बस।” सोनू के इन ट्वीट्स ने ट्विटर पर एक नई बहस को जन्म  दे दिया है। वह सुबह से टॉप ट्रेंड बने हुए हैं और लोग उनके बयान पर मिलीजुली प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। ट्विटर पर सोनू के इस बयान का कुछ लोगों ने समर्थन किया है तो कुछ ने इसका पुरजोर विरोध किया है।

सोनू के बयान का समर्थन में लोगों ने क्या कहा:-

सोनू के समर्थन में  लोगों ने कहा कि भगवान की प्रार्थना करने के लिए लॉउडस्पीकर की क्या जरूरत है। कुछ ने कहा भगवान तो आत्मा में रहते है और वो सब सुनते है तो फिर लॉउडस्पीकर बजाकर किसे सुनाया जाता है।

सोनू के विरोध में लोगों ने क्या कहा:

सोनू के इस बयान का विरोध करते हुए कुछ लोगों ने कहा कि सोनू आप बहुत अच्छा गाना गाते हो आप बहुत बड़े और अच्छे गायक हो लेकिन ये बात आपने गलत लिखी है। इससे ख़ान आपका करियर खत्म कर देंगे। कुछ ने कहा कि यह ईश्वर के लिए प्रार्थना है और तुम्हें  परेशानी होने की वजह से इसे बंद नहीं किया जा सकता।

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