देश की सुरक्षा को लेकर भले ही करोड़ों रुपयों की योजनाएं और नीतियां बनाई जाती हैं। लेकिन अभी भी तकनीकी रूप से हम अपनी सुरक्षा व्यवस्था का स्तर ऊपर नहीं उठा पा रहे हैं। सुरक्षा मामले को लेकर अब एक और केस सामने आया है जिसमें यह पता चला है कि कहीं प्रधानमंत्री, कैबिनेट मंत्री का फोन भी रिकॉर्ड तो नहीं हो रहा?। दरअसल, देश की राजधानी दिल्ली से एक बड़ा मामला सामने आया है। 15वें वित्त आयोग के अध्यक्ष एनके सिंह के आवास पर सुरक्षा इंतजामों के साथ बिछवाई गई स्पेशल रैक्स फोनलाइन को लगातार पांचवीं बार डैमेज करने व चोरी का मामला अब गंभीर हो चला है। सीधे पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक के संज्ञान में आते ही वसंत कुंज साउथ थाने में केस दर्ज कर जांच शुरू हो चुकी है। बता दें कि ये लाइनें सीक्रेट बातचीत के लिए सुरक्षित और महफूज होती है। यहां तक कि कोई इनकी टैपिंग और जासूसी नहीं कर सकता।

स्पेशल रैक्स फोन लाइन की सेवा देश के प्रधानमंत्री और कैबिनेट मंत्री के अलावा बड़े सैन्य अधिकारियों और मुख्य राजनेताओं को दिया जाता है। इस फोन लाइन के लग जाने से कोई भी आदमी फोन टैपिंग जैसी गतिविधि को अंजाम नहीं दे सकता। इस मामले में पुलिस अफसरों के मुताबिक, सिंह का आवास वसंत कुंज साउथ के ग्रीन एवेन्यू लेन में है। पिछले साल ही एनके सिंह को अध्यक्ष बनाए जाने के बाद जीएसटी व अन्य वित्तीय योजनाओं के लिए सीक्रेट लाइन दी गई हैं। शुरुआती तौर पर एक बार लाइन को डैमेज किया गया। तब इसे सिर्फ घटना के तौर पर देखा गया।

लेकिन ऐसी घटना कई बार घट चुकी है। लगभग पांच बार इस घटना को अंजाम दिया जा चुका है। ऐसे में शक ये भी है कि कहीं अन्य नेताओँ या अधिकारियों के साथ भी कुछ ऐसा नहीं हो रहा?। इस बारे में भारत भूषण गर्ग की तरफ से पुलिस कमिश्नर को मेल लिखा गया जिसमें साफ तौर पर सेंसटिव मैटर का हवाला देते हुए लिखा कहा गया है कि अनेकों बार लाइन में बाधा पहुंचाई गई है। इस बारे में एसडीओ को भी सूचना भेजी गई।

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