क्या यौन संबंधों से फैलता है Monkeypox? स्टडी में सामने आया सच

किसी भी मरीज को स्मॉलपॉक्स या मंकीपॉक्स की वैक्सीन नहीं लगी थी। संक्रमित होने के 5 से 14 दिन बाद मंकीपॉक्स के लक्षण सामने आए थे। पांच में से तीन पुरुष और दो महिलाएं थी।

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Monkeypox Death In India
Monkeypox: भारत में मंकीपॉक्स के 5 मरीजों की स्टडी रिपोर्ट आई सामने, समलैंगिक संबंधों की पुष्टि नहीं

Monkeypox: मंकीपॉक्स वायरस के फैलने को लेकर अब तक समलैंगिक संबंधों को सबसे अहम माना जा रहा था, लेकिन भारत में पाए गए मरीजों पर की गई स्टडी से कई नए खुलासे हुए हैं। ये स्टडी मंकीपॉक्स के 5 मरीजों पर की गई। इन पांचों में से एक भी ऐसा नहीं है, जो समलैंगिक या बायसेक्सुअल हो। इतना ही नहीं इन पांचों में से एक भी मरीज की कोई विदेश यात्रा गतिविधि नहीं है।

Monkeypox: भारत में मंकीपॉक्स के 5 मरीजों की स्टडी रिपोर्ट आई सामने, समलैंगिक संबंधों की पुष्टि नहीं
Monkeypox

ये अध्ययन इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च और पुणे स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी ने की है। स्टडी के मुताबिक, 5 में से तीन मरीज ऐसे थे, जिन्होंने संक्रमित होने के 21 दिन पहले अपोजिट सेक्स के साथ संबंध बनाए थे। जबकि बाकी दो मरीजों ने किसी के साथ संबंध बनाने की बात को खारिज कर दिया।

बता दें कि WHO के प्रमुख टेड्रोस घेब्रेयसस ने पिछले महीने कहा था कि मंकीपॉक्स का सबसे पहला मामला मई में सामने आया था। इसके बाद से 98% मामले बायसेक्सुअल या पुरुषों के साथ संबंध रखने वाले पुरुषों में पाए गए हैं। हालांकि, भारत में पांच मरीजों पर हुई स्टडी बताती है कि मंकीपॉक्स का बायसेक्सुअल या समलैंगिक होने से कोई संबंध नहीं है। 

Monkeypox: भारत में मंकीपॉक्स के 5 मरीजों की स्टडी रिपोर्ट आई सामने, समलैंगिक संबंधों की पुष्टि नहीं
Monkeypox Case in India

Monkeypox: स्टडी में क्या-क्या खुलासे हुए?

स्टडी में सबसे अहम बात ये सामने आई है कि किसी भी मरीज के समलैंगिक संबंध नहीं थे। इनकी कोई ट्रैवल हिस्ट्री भी नहीं थी। बताया जा रहा है कि किसी भी मरीज में सेक्सुअल ट्रांसमिशन के जरिए संक्रमण नहीं फैला था। सिर्फ एक मरीज को सेक्सुअल कॉन्टैक्ट से हेपेटाइटिस-बी वायरस का संक्रमण हुआ था।

किसी भी मरीज को स्मॉलपॉक्स या मंकीपॉक्स की वैक्सीन नहीं लगी थी। संक्रमित होने के 5 से 14 दिन बाद मंकीपॉक्स के लक्षण सामने आए थे। पांच में से तीन पुरुष और दो महिलाएं थीं।

Monkeypox: भारत में मंकीपॉक्स के 5 मरीजों की स्टडी रिपोर्ट आई सामने, समलैंगिक संबंधों की पुष्टि नहीं
Monkeypox

Monkeypox: किन कारणों से फैल सकता है मंकीपॉक्स?

मंकीपॉक्स एक वायरल बीमारी है, जो किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से फैल सकता है। अगर किसी संक्रमित व्यक्ति के सीधे संपर्क में आए या उसके घावों के संपर्क में आए तो मंकीपॉक्स से संक्रमित हो सकते हैं।

इसके साथ ही संक्रमित व्यक्ति के कपड़ों, तौलियों या चादर का इस्तेमाल करने से भी ये वायरस फैलता है। यौन संबंध बनाने से भी ये फैल सकता है। इसके अलावा, अगर घर में कोई मंकीपॉक्स से पीड़ित हैं तो उसके इस्तेमाल कपड़ों के साथ सबके कपड़े धोने से भी ये बीमारी फैलती है।

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