अक्वायर्ड इम्यून डिफिशिएंसी सिंड्रोम को AIDS के नाम से जाना जाता है। यह एक ऐसी बीमारी है जो इंसान को धीरे-धीरे मौत की तरफ ले जाती है। भारत में हर साल एड्स के लाखों मामले सामने आते हैं। एड्स संक्रामक बीमारी होती है और थोड़ी बहुत लापरवाह हरकत के कारण इससे बहुत से लोगों प्रभावित हो जाते हैं। इस खबर में हम आपको बताएंगे कि आप इस इंफेक्शन से कैसे बच सकते हैं।

क्या है AIDS और इसका हमारे शरीर पर असर
सबसे पहले आपको ये बता दें कि HIV और AIDS में काफी अंतर होता है। HIV एक वायरल इंफेक्शन है, जो ब्लड टू ब्लड लोगों के शरीर में फैल जाता है। यह इंफेक्शन अगर किसी व्यक्ति को अपना शिकार बना लेता है तो जिंदगी भर उनका पीछा नहीं छोड़ता है। लेकिन जब इस वायरल इंफेक्शन से हमारे लंग्स, किडनी, लिवर, इम्यून सिस्टम समेत अन्य अंग डैमेज होने लगते हैं तो इस कंडीशन को एड्स कहते हैं।
कई लोगों को लगता है कि HIV ही एड्स है। लेकिन आपको बता दें, अगर HIV का सही समय पर इलाज करा लिया जाए तो AIDS होने से बचाया जा सकता है। आजकल मार्केट में ऐसी दवाइयां मौजूद हैं जो HIV को बढ़ने से रोक सकती है और मरीज की जान बचाई जा सकती है।
इन गलतियों से फैल सकता है एड्स
HIV इंफेक्शन ब्लड टू ब्लड फैलने वाला इंफेक्शन है। ब्लड ट्रांसफ्यूजन, यूज की गई सिरिंज, यूज किया गया ब्लेड और अनप्रोटेक्टेड सेक्स इंफेक्शन फैलने का सबसे बड़ा कारण होता है। अगर किसी भी तरह से इंफेक्टेड व्यक्ति का ब्लड किसी और के संपर्क में आता है उसमें इफेक्शन फैसले के आसार बढ़ जाते हैं। HIV साथ खाने या हाथ मिलाने से नहीं फैलता है, आपको बस इस बात का ध्यान रखना होता है कि इंफेक्टेड व्यक्ति का ब्लड आपसे टच न हो।
इन्हें होता है ज्यादा खतरा
विशेषज्ञों का कहना है कि AIDS किसी भी आयु वर्ग के लोगों को हो सकता है। लेकिन इस इंफेक्शन का खतरा उन लोगों को सबसे ज्यादा होता है जो सेक्सुअली एक्टिव रहते हैं। जो लोग ब्लड से जुड़ा कोई काम करेत हैं उन लोगों को भी इस इंफेक्शन का काफी खतरा रहता है। आपको जानकर हैरानी होगी कि आजकल युवा इसके सबसे ज्यादा शिकार हो रहे हैं। वहीं, कुछ लापरवाही की वजह से बच्चे भी अब HIV का शिकार होने लगे हैं। इसलिए इस इंफेक्शन के बारे में सबको जागरुक करना बहुत जरूरी है।
एड्स से बचने के सबसे आसान उपाय
- किसी के ब्लड के संपर्क में आने से खुद को बचाएं।
- अनप्रोटेक्टेड यौन संबंध न बनाएं।
- यूज्ड इंजेक्शन/ सीरींज का इस्तेमाल न करें।
- किसी भी व्यक्ति का यूज्ड ब्लेड शेयर करने से बचें।
- किसी का कुछ जुठा खाने सा पीने से बचें।
- किसी भी प्रकार का शक होने या लक्षण दिखने पर डॉक्टर से कंसल्ट करें।
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