Breastfeeding Positions: नई मां बनने के बाद, सही पोजीशन में स्तनपान करना बहुत जरूरी है। सही पोजीशन न केवल शिशु के लिए बल्कि मां के लिए भी फायदेमंद होती है। इससे शिशु को अच्छे से दूध मिल पाता है और मां को भी आराम मिलता है। सही पोजीशन से दूध पिलाना आरामदायक हो सकता है, खासकर जब आप पहली बार मां बनी हैं। ऐसे में हम आपको 5 पोजीशंस के बारे में बताएंगे जो स्तनपान को आसान बना सकती हैं।
सामान्य जानकारी के अनुसार, मां अपने बच्चे को स्तनपान कराने से पहले हाइड्रेट रहे और अपने पास पीने का कुछ रखें – जैसे, जूस या फिर पानी।
क्रैडल पोजीशन (Cradle Hold)
क्रैडल पोजीशन, स्तनपान कराने वाली महिलाओं के बीच सबसे सामान्य और आरामदायक पोजीशन है। इसमें मां शिशु को दोनों हाथों से अपने पास लेकर स्तनपान कराती हैं। यह पोजीशन खासतौर पर उन शिशुओं के लिए उपयोगी होती है जिन्हें मां के निप्पल तक पहुंचने में कठिनाई होती है। इस पोजीशन में मां आसानी से शिशु की निगरानी कर सकती हैं और शिशु भी दूध पीने में सहज महसूस करता है।
लेड-बैक पोजीशन (Laid-Back Position)
लेड-बैक पोजीशन, एक आरामदायक पोजीशन है जिसमें मां पीठ के बल लेटी रहती हैं और शिशु को अपनी छाती पर लिटाती हैं। यह पोजीशन खासतौर पर उन शिशुओं के लिए लाभकारी है जो समय से पहले पैदा हुए हैं या जिनकी दूध पीने की क्षमता कम है। इस पोजीशन में मां को किसी भी तनाव का सामना नहीं करना पड़ता और शिशु को दूध तक पहुंचने में आसानी होती है।
फुटबॉल होल्ड (Football Hold)
फुटबॉल होल्ड या क्लच होल्ड, सी-सेक्शन से जन्मे बच्चों या जुड़वा बच्चों के लिए अच्छी पोजीशन है। इसमें मां शिशु को अपनी बाहों के नीचे रखती हैं, जैसे मानों वह एक फुटबॉल को पकड़ रही है। यह पोजीशन बड़े ब्रेस्ट या इन्ट्रोवर्ट निप्पल वाली माताओं के लिए भी उपयोगी है, क्योंकि इसमें मां शिशु की सही स्थिति को देख सकती है और दूध पिलाने की प्रक्रिया को बेहतर तरीके से नियंत्रित कर सकती हैं।
साइड-लाइंग पोजीशन (Side-Lying Position)
साइड-लाइंग पोजीशन, उन माताओं के लिए सुविधाजनक है जो बार-बार रात में शिशु को दूध पिलाती हैं या जिन्होंने सी-सेक्शन से जन्म दिया है। इस पोजीशन में मां और शिशु दोनों एक ही तरफ लेटे रहते हैं, जिससे मां को अधिक आराम मिलता है और शिशु को दूध पिलाने में कोई परेशानी नहीं होती।
क्रॉस-क्रैडल पोजीशन (Cross-Cradle Hold)
क्रॉस-क्रैडल पोजीशन, एक प्रकार की क्रैडल पोजीशन है जिसमें मां शिशु को दोनों हाथों से क्रॉस करके पकड़े रहती हैं। यह पोजीशन विशेष रूप से नवजात शिशुओं के लिए फायदेमंद होती है जो दूध पीने में थोड़ी मुश्किल महसूस करते हैं। मां अपने निप्पल को शिशु के मुंह तक लाकर उसे आसानी से दूध पिलाती हैं।
स्तनपान की सही पोजीशन से न केवल शिशु को उचित पोषण मिलता है, बल्कि मां को भी आराम और सुविधा मिलती है। इन पोजीशंस को अपनाकर स्तनपान को सहज और सुखद बनाया जा सकता है। नई माताओं को इन पोजीशंस के लाभ और तकनीक को समझना चाहिए ताकि वे अपने शिशु को बेहतर तरीके से दूध पिला सकें।
DISCLAIMER : इस लेख में बताई गई जानकारी सामान्य ज्ञान पर आधारित है। इसका उद्देश्य वित्तीय, चिकित्सा, स्वास्थ्य, पोषण या अन्य सलाह नहीं है। आपको अपनी व्यक्तिगत परिस्थितियों के संबंध में किसी वित्तीय सलाहकार, या चिकित्सा या स्वास्थ्य व्यवसायी से पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।