Kumaon Jungle Fire: जहां एक ओर ग्लोबल वार्मिंग से पारे में बढ़ोतरी हो रही है।वहीं दूसरी तरफ कुमाऊं क्षेत्र के जंगलों में लग रही आग पर्यावरण को नुकसान पहुंचा रही है।तेज धूप से जंगलों में नमी खत्म होने लगी है। इससे जंगलों में आग की घटनाओं में तेजी आई है।जानकारी के अनुसार पिछले 48 घंटों के दौरान राज्य में कई जगहों पर आग से जंगल को नुकसान पहुंचा है।इस बाबत पहले ही वन विभाग अलर्ट जारी कर चुका है।
Kumaon Jungle Fire: इतना पहुंच चुका नुकसान
Kumaon Jungle Fire:मालूम हो कि मई के दूसरे सप्ताह से लगातार बढ़ रही सूरज की गर्मी ने जंगल की नमी को सोख लिया है।फलस्वरूप यहां लगे घास और पत्ते सूख गए हैं।जंगलों में आग लगने की एक बड़ी वजह यह भी है। वन विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रदेश के 34 से अधिक स्थानों पर लगी आग में 31 हेक्टेयर जंगल जलकर खाक हो चुका है।इससे करीब 80 हजार रुपये का नुकसान पहुंचा है।आगजनी की ज्यादातर घटनाएं कुमाऊं मंडल में हुईं। यहां 22 और गढ़वाल मंडल में 12 घटनाएं दर्ज की गईं हैं।
Kumaon Jungle Fire: पिछले नवंबर से आग लगने का आंकड़ा 365 के पार
Kumaon Jungle Fire:वन विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार पिछले वर्ष नवंबर से अब तक प्रदेश में आगजनी की 365 घटनाएं घट चुकीं हैं।इन घटनाओं में 437.33 हेक्टेयर जंगलों को नुकसान पहुंचा है। जिसमें 11 लाख से अधिक रुपयों ही हानि हुई है।
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