Mayank Joshi: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए चौथे चरण के मतदान से पूर्व मंगलवार को अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) और भाजपा की सांसद रीता बहुगुणा जोशी के बेटे मयंक जोशी के मुलाकात से प्रदेश की राजनीति में हलचल पैदा हो गई है। दरअसल, उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान कई नेताओं ने पाले बदल लिया है। नेताओं ने किसी न किसी तरह के असंतोष का हवाला देते हुए प्रतिद्वंद्वियों में शामिल होने के लिए अपनी पार्टियों को छोड़ दिया है।
ऐसे में मयंक और अखिलेश की मुलाकात के बाद से कयास लगाए जा रहे हैं कि मयंक जोशी जल्द ही सपा का दामन थाम सकते हैं। बता दें कि बैठक के तुरंत बाद, समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने इस मुलाकात की तस्वीर ट्वीटर पर साझा की।
Mayank Joshi को लखनऊ कैंट से नहीं मिला टिकट
गौरतलब है कि पिछले महीने,रीता बहुगुणा जोशी ने सांसद के रूप में पद छोड़ने की पेशकश की। दरअसल, रीता बहुगुणा जोशी चाहती थीं कि पार्टी उनके बेटे को लखनऊ कैंट से उम्मीदवार बनाए, लेकिन भाजपा ने उनकी बात नहीं मानी और मयंक के बजाय लखनऊ कैंट विधानसभा सीट से विधायक और मंत्री बृजेश पाठक को मैदान में उतारा।

लखनऊ कैंट निर्वाचन क्षेत्र से जोशी खुद प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं। उन्होंने लखनऊ कैंट से 2017 का विधानसभा चुनाव जीता था, लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव में इलाहाबाद से सांसद बनने के बाद उन्होंने सीट छोड़ दी। बाद में खाली हुई विधानसभा सीट पर बीजेपी के सुरेश तिवारी ने जीत हासिल की। 2017 के विधानसभा चुनाव में रीता बहुगुणा जोशी ने समाजवादी पार्टी की अपर्णा यादव को हराकर लखनऊ कैंट की विधायक बनी थी।
विधानसभा चुनाव के लिए चौथे चरण का मतदान जारी
उत्तर प्रदेश में चौथे चरण के मतदान के तहत इस सीट पर मतदान शुरू हो गया है। लखनऊ कैंट, राज्य की राजधानी लखनऊ की आठ विधानसभा सीटों में से एक है। बताते चलें कि चौथे चरण में 9 जिलों के कुल 59 सीटों पर 624 उम्मीदवारों के किस्मत का फैसला मतदाता कर रहे हैं।
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