Rajasthan Polls: राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए 25 नवंबर को मतदान हुआ। प्रदेश की 200 में से 199 सीटों पर हुए चुनाव में मुख्य मुकाबला बीजेपी और सत्ताधारी कांग्रेस पीर्टी के बीच है। इनमें 46 सीमांत सीटें हैं जो कांग्रेस के लिए किस्मत की कुंजी साबित हो सकती हैं।
गौरतलब है कि 1993 में बीजेपी के सत्ता में आने के बाद से हर पांच साल में यहां सरकार बदलने का रिवाज रहा है। इस बीच कांग्रेस और बीजेपी की सरकारें ही बनती रही हैं। इसलिए बीजेपी नेता उम्मीद लगाए हैं कि इस बार भी यह रिवाज जारी रहा तो सत्ता की चाबी बीजेपी के हाथ आएगी। वहीं, कांग्रेस को उम्मीद है कि करीब तीन दशक से चला आ रहा ये रिवाज इस बार बदलेगा।
कांग्रेस की बात करें तो उसने सीएम असोक गहलोत के काम, अपनी 7 गारंटियों, सरकार की योजनाओं और कार्यक्रमों पर जनता का ध्यान खींचने की कोशिश की है। वहीं, बीजेपी ने इस चुनाव में महिलाओं के खिलाफ अपराध, तुष्टिकरण, भ्रष्टाचार और पेपर लीक जैसे मुद्दों को लेकर गहलोत सरकार को जमकर घेरा है। बता दें, कांग्रेस ने 2018 की तरह अपने सहयोगी राष्ट्रीय लोक दल (RLD) के लिए एक सीट छोड़ी है जबकि बीजेपी ने राज्य की सभी सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं।

46 सीमांत सीटें तय करेंगी कांग्रेस का भाग्य!
राजस्थान विधानसभा चुनाव में 46 सीमांत सीटें कांग्रेस की किस्मत का फैसला कर सकती हैं। इन सीटों पर सत्ताधारी दल कांग्रेस या विरोधी दल बीजेपी की जीत से दो अलग-अलग संभावनाएं पैदा होती हैं। पहली ये कि अगर सभी सीमांत सीटें सत्ता विरोधी हो जाती हैं, तो कांग्रेस को 55 से 65 सीटें मिलने की संभावना है, जबकि भाजपा 130 से 140 सीटें जीत सकती है। बसपा 0 से 2 सीटें जीतेगी, जबकि अन्य के 0 से 4 सीटें जीतने की संभावना है।
दूसरी संभावना ये है कि अगर सभी सीमांत सीटें सत्ताधारी पार्टी के पक्ष में जाती हैं, तो कांग्रेस को 91 से 101 सीटें जीतने की संभावना है। ऐसे में भाजपा को 88 से 98 सीटें मिलेंगी, बसपा को 0 से 2 सीटें और अन्य को 0 से 10 सीटें जीतने का अनुमान है।
एग्जिट पोल से समझिए चुनावी गणित
बता दें, राजस्थान विधानसभा चुनाव के एग्जिट पोल के आंकड़े भी सामने आ चुके हैं। इसमें ‘जन की बात’ के एग्जिट पोल के अनुसार बीजेपी को 100-122 और कांग्रेस को 62-85 सीटें और बीएसपी को 0 सीट मिलने का अनुमान जताया गया है। वहीं, अन्य को 14 से 15 सीट मिलने का दावा किया है।
पोलस्टार्ट के एग्जिट पोल की बात करें तो इसमें कांग्रेस को 90 से 100 सीट, बीजेपी को 100 से 110 सीट मिल रही हैं। PMARQ के एग्जिट पोल में कांग्रेस को 75, भाजपा को 115 और अन्य को 9 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है। ETG के एग्जिट पोल में कांग्रेस को 64, भाजपा को 118 और अन्य को 17 सीटों पर जीत का संकेत दिया है।
एक्सिस माई इंडिया के एग्जिट पोल में कांग्रेस को 96 सीटें, भाजपा को 90 सीटें और अन्य को 13 सीटों पर जीत मिलने का दावा किया है. MATRIZE के अनुसार कांग्रेस को 70, भाजपा को 122 और अन्य को 7 सीटें मिलने के संकेत हैं. CNX के एग्जिट पोल में 99 सीटें कांग्रेस को और भाजपा को 85 सीटें मिलने का अनुमान है, तो अन्य को 15 सीटों पर जीत मिलने का दावा किया गया है। पोल ऑफ पोल्स में कांग्रेस को 80 सीटें, भाजपा को 106 सीटें और अन्य को 13 सीटें मिलने का अनुमान है।
एग्जिट पोल के मुताबिक, समान वोट शेयर वाली 46 सीमांत सीटों में से कांग्रेस को 21, भाजपा को 11 और अन्य को 14 सीटें मिलने की संभावना है। वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी। बता दें, राजस्थान में सबसे ज्यादा वोटिंग जैसलमेर जिले के पोकरण विधानसभा क्षेत्र में हुई। यहां वोटिंग प्रतिशत 87.79 प्रतिशत रहा। साल 2018 में यहां मतदान का प्रतिशत 74.11 फीसदी था। जबकि, साल 2013 में 75.67% वोटिंग हुई थी। प्रदेश में इस बार विधानसभा चुनाव में 75.45 फीसदी वोटिंग हुई। इस बार मतदाताओं ने साल 2013 और 2018 का रिकॉर्ड तोड़ दिया।
यह भी पढ़ें: