गोवा की राजनीति में पिछलें 5-6 दिनों में काफी कुछ देखने को मिला। गोवा विधानसभा चुनाव का परिणाम 11 मार्च को आया जिसमें कांग्रेस को 17 और बीजेपी को 13 सीटें मिली। 40 विधानसभा वाले राज्य गोवा में सरकार बनाने के लिए 21 सीटों की जरूरत होती हैं। ऐसे में बीजेपी ने बेहद फुर्तिले अंदाज में गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री को केंद्र से बुलाकर गोवा में सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया। मनोहर पर्रिकर ने अन्य दलों के साथ गठबंधन कर सरकार बनाई और मुख्यमंत्री पद की शपथ भी ले ली। जिसके बाद आज गोवा विधानसभा में मनोहर पर्रिकर ने अपनी सरकार का शक्ति परिक्षण पेश किया और बीजेपी गठबंधन का बहुमत साबित करके दिखाया।
राज्य की 40 सदस्यीय विधानसभा में 13 सीटें हासिल करने वाली बीजेपी के समर्थन में 22 विधायकों ने मतदान किया, जबकि 16 विधायकों ने सरकार के खिलाफ वोट डाला, वहीं एक विधायक गैरहाजिर रहे। इस तरह पर्रिकर ने विधानसभा में बहुमत के लिए जरूरी 21 विधायकों का आंकड़ा आसानी से पार लिया।
इससे पहले मनोहर पर्रिकर ने मंगलवार को अपने नौ मंत्रियों के साथ चौथी बार गोवा के सीएम के रूप में शपथ ली। पर्रिकर की कैबिनेट में बीजेपी के सिर्फ 2 मंत्री है जबकि गोवा फॉरवर्ड पार्टी से 3 और महाराष्ट्रवादी गोमंतक पार्टी से 2 और निर्दलीय से 2 विधायक शामिल हैं। गोवा फॉरवर्ड पार्टी यानि GFP और MGP ने पर्रिकर सरकार को समर्थन का ऐलान किया है। हालांकि कांग्रेस नें बीजेपी पर विधायक की खरीद-ब्रिकी का आरोप लगाया था लेकिन जीएफपी नेता विजय सरदेसाई ने कहा, “मैं बिकाऊ नहीं और गोवा के लोग यह जानते हैं, कांग्रेस साबित करे कि मैंने पैसे लिए हैं।”