Loknayak Jaiprakash Hospital:दिल्ली सरकार के लोकनायक जयप्रकाश नारायण अस्पताल में बड़ी लापरवाही सामने आई है।अस्पताल प्रशासन पर आरोप है कि यहां जन्मी एक बच्ची को मृत बताकर उसे ग्लव्ज के बॉक्स में पैक कर परिवार को सौंप दिया गया।जब परिजनों ने घर पहुंचकर डिब्बा खोला, तो पाया कि बच्ची हाथ हिला रही थी।इसे देख पूरा परिवार हैरान रह गया।अस्पताल पहुंचने के बाद गुस्साए परिजनों ने जमकर हंगामा किया।इसके बाद नवजात को अस्पताल में भर्ती किया गया।अस्पताल प्रशासन की लापरवाही को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने तीन सदस्यीय समिति गठित कर जांच शुरू कर दी है।
Loknayak Jaiprakash Hospital:क्या है पूरा मामला?
Loknayak Jaiprakash Hospital:दिल्ली निवासी अब्दुल मलिक की पत्नी अरुणा आसिफ अली अस्पताल में भर्ती थीं।उनके शरीर से लगातार पानी और खून का रिसाव हो रहा था।उनकी हालत को देखते हुए उन्हें लोकनायक जयप्रकाश नारायण अस्पताल रेफर किया गया। यहां 19 फरवरी की शाम महिला ने बच्ची को जन्म दिया।डॉक्टरों ने बच्ची को मृत घोषित कर उसे ले जाने के लिए कहा।जबकि महिला का लगातार कहना था कि बच्ची जिंदा है।
परिजनों का आरोप है कि बच्ची को शव समझकर एक बॉक्स में पैक कर उन्हे थमा दिया गया।इस पूरे मामले पर अस्पताल प्रशासन का कहना है कि कमेटी का गठन कर दिया गया है। बच्ची 23 सप्ताह में ही पैदा हो गई थी।उसका वजन सिर्फ 490 ग्राम था।जन्म के बाद शरीर कोई हरकत नहीं होने पर बच्चे के जीवित होने की उम्मीद कम रह जाती है। फिलहाल बच्ची वेंटीलेटर पर है।
संबंधित खबरें