Bomb Cyclone: दुनिया के महाशक्तिशाली देश अमेरिका इस समय प्राकृतिक रूप से मौसम की मार झेल रहा है। आलम ये है कि यहां हालात लगातार बेकाबू होते जा रहे हैं।आर्कटिक महासागर की तरफ से आ रही तेज रफ़्तार बर्फीली और खतरनाक हवाओं ने अमेरिका समेत इसके आसपास के देशों में तबाही मचा दी है। क्रिसमस से ठीक पहले चल रही इन हवाओं से लोगों के काम फंस गए हैं। हजारों लोगों ने अपनी यात्राएं तक कैंसिल कर दीं हैं।
राष्ट्रीय मौसम सेवा से मिली जानकारी के अनुसार यूएस के ग्रेट लेक्स के ऊपर तूफान ने आकार लिया और वह बम चक्रवात यानी बॉम्ब चक्रवात के रूप में विकसित हो गया।इसके चलते शिकागो और आसपास के इलाके का तापमान -45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया।

Bomb Cyclone: बॉम्ब साइक्लोन क्या होता है?
Bomb Cyclone: बॉम्ब साइक्लोन एक मौसम संबंधी घटना है।यह तब होती है जब वायुमंडल में अचानक कम दबाव की प्रणाली उत्पन्न हो जाती है। इस दौरान तेज हवाएं चलने के साथ ही तेजी के साथ वायु दबाव में गिरावट आती है। यही वजह है कि असामान्य रूप से बारिश, बर्फबारी और तेज हवाओं समेत कई गंभीर मौसमी गतिविधियां भी देखने को मिलती हैं।
बॉम्ब साइक्लोन अक्सर सर्दियों के मौसम में होता है। यही वजह थी कि अमेरिका के मिनेपोलिस और सेंट पॉल शहरों में करीब 8 इंच से ज्यादा की मोटी बर्फ की चादर बिछ गई।अब इसका रुख कनाडा की ओर भी देखा जा रहा है।
Bomb Cyclone: 18 लाख लोग घरों में फंसे
Bomb Cyclone: आलम ये है कि इस समय लोग घरों में कैद हैं। बर्फीले बम चक्रवात ने लोगों की जिंदगी मुश्किल में डाल दी है। हालात ऐसे हैं कि इमरजेंसी रेस्पॉन्स टीमें भी काम नहीं कर पा रही हैं। ताजा जानकारी के मुताबिक अब तक कार क्रैश, पेड़ गिरने और दूसरी वजहों से 18 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।कई लोग बीमार हैं, लगभग 18 लाख लोग घरों में फंसे हुए हैं। इंटरनेशनल एयरपोर्ट्स बंद हैं और हजारों लोग एयरपोर्ट्स पर भी फंसे हैं।
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