सुप्रीम कोर्ट में कई महीनों से जजों की भारी कमी थी। ये कमी सिर्फ सुप्रीम कोर्ट ही नहीं झेल रहा, बल्कि हाईकोर्ट और सिविल कोर्ट भी जजों के खाली पड़े सीटों की समस्या से जूझ रहा है। ऐसे में देश के सर्वोच्च न्यायालय के लिए खुशखबरी है। सुप्रीम कोर्ट को अब नए चार जजों की प्राप्ति हुई है। इस तरह अब कुल 31 में से 28 सीटें सुप्रीम कोर्ट में भर चुकी हैं। हालांकि अभी भी 3 सीटें रिक्त हैं जिन्हें भरना बाकी है। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की सिफारिशों पर महज 48 घंटे के अंदर कार्रवाई करते हुए सरकार ने शीर्ष अदालत में जस्टिस हेमंत गुप्ता, जस्टिस अजय रस्तोगी, जस्टिस एम आर शाह और जस्टिस आर सुभाष रेड्डी की नियुक्ति को अधिसूचित किया।
बता दें कि यह पहला मौका होगा जब कॉलेजियम की सिफारिश इतने कम समय में स्वीकार करते हुए सुप्रीम कोर्ट में न्यायाधीशों की नियुक्ति का आदेश पारित किया गया है। उच्चतम न्यायालय के कोर्ट नंबर एक में सुबह साढ़े दस बजे शपथ ग्रहण समारोह शुरू हुआ अैर प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई ने चारों न्यायाधीशों को पद की शपथ दिलाई। राष्ट्रपति ने जस्टिस हेमंत गुप्ता, जस्टिस आर सुभाष रेड्डी, जस्टिस एम आर शाह और जस्टिस अजय रस्तोगी को सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत करने के उच्चतम न्यायालय कॉलेजियम की सिफारिश को गुरुवार को मंजूरी दे दी थी।
खास बात ये है कि ये चारों न्यायाधीश अलग-अलग उच्च न्यायालयों में मुख्य न्यायाधीश थे। न्यायाधीश गुप्ता मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश थे जबकि न्यायाधीश रेड्डी गुजरात उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश थे। न्यायाधीश शाह पटना हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रहे जबकि न्यायाधीश रस्तोगी त्रिपुरा उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश थे।
अब सुप्रीम कोर्ट भी बना पर्यटन स्थल
देश के सबसे बड़े सर्वोच्च न्यायालय में सुरक्षा की दृष्टि से किसी भी आम आदमी का आना-जाना मना था। लेकिन अब कोर्ट ने थोड़ी से सहूलियत देते हुए आम आदमी के लिए कोर्ट को भी पर्यटन स्थल बना दिया है। जी हां, अब आम जनता के लिए सुप्रीम कोर्ट ने अपने दरवाजे खोल दिए हैं। आम लोग हर शनिवार को सुप्रीम कोर्ट घूम सकते हैं। विदेशियों को भी यहां घूमने की इजाजत होगी। सुप्रीम कोर्ट के लिए गाइडेड टूर योजना बनाई गई है। गुरुवार को चीफ जस्टिस ने इस नए उपक्रम का ऐलान किया।