Parali: पंजाब में लगातार जलाई जा रही पराली का असर अब दिल्ली-एनसीआर की आबोहवा में दिखने लगा है।प्लयूशन कंट्रोल बोर्ड की ओर से प्राप्त जानकारी के अनुसार दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक लगातार खराब होता जा रहा है।पंजाब के खेतों में धान की पराली जलाने के मामले सामने आने लगे हैं।
भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के मुताबिक, पिछले सप्ताह पराली जलाने के करीब 100 से अधिक मामले दर्ज किए गए।हर वर्ष की तरह इस बार भी पराली जलनी शुरू हो गई है।सरकार की ओर से तमाम प्रयासों के बावजूद इसके पर रोक नहीं लग पा रही है।पिछले दिनों पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के कुछ हिस्सों में अच्छी बारिश दर्ज की गई। इसके चलते यहां पराली जलाने पर रोक लगी थी।हालांकि थोड़े दिनों में दोबारा से पराली जलाने की घटनाओं में तेजी देखने को मिल सकती है।

Parali: विंटर एक्शन प्लान की तैयारी शुरू
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने राजधानी में प्रदूषण की रोकथाम के लिए प्रदूषण नियंत्रण समिति को एक विशेष कमेटी का गठन करने के निर्देश दिए हैं।इस बाबत डीपीसीसी के इंजीनियर्स के साथ एक अहम बैठक भी हुई है। जिसमें अब तक हुई तैयारियों की समीक्षा की गई।इसके तहत एक विंटर एक्शन प्लान की तैयारी शुरू कर दी गई है।जोकि मुख्यत 15 बिंदुओं पर आधारित होगी। इसके साथ ही स्मॉग टॉवर से संबंधित रिपोर्ट भी जल्द ही सौंपने को कहा गया है।मालूम हो कि पिछले वर्ष पराली जलाने के करीब 95 हजार मामले सामने आए थे।
Parali: हवा की दिशा बदली, बढ़ेगी दिक्कत
दूसरी मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार पराली का धुंआ दिल्ली के बाशिंदों के लिए ज्यादा हानिकारक हो सकता है। जिसकी वजह हवा का रूख बदलना है। अभी तक यहां हवाएं पूर्व दिशा से आ रही थीं,लेकिन अब यह उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर से आने लगी है। ऐसे में पंजाब और हरियाणा में जलने वाली पराली का धुंआ यहां आना स्वाभाविक है।
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