UP News: उत्तर प्रदेश के कानपुर के एक क्लर्क का छुट्टी आवेदन इन दिनों खूब वायरल हो रहा है। इस दिलचस्प लेटर को शमशाद अहमद ने खंड शिक्षा अधिकारी को लिखा है। जिसमें अपनी पत्नी को मनाने के लिए छुट्टी मांगी गई है। चिट्ठी में शमशाद अहमद ने लिखा है कि प्यार- मोहब्बत की बात को लेकर नाराज पत्नी अपने मायके चली गई है जिसे लाने के लिए 3 दिन का अवकाश चाहिए।
क्लर्क का ये लेटर सामने आने के बाद ऑफिस से लेकर सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है। बताया जा रहा है कि उनके इस लेटर पर छुट्टी की मंजूरी दे दी गई है।
UP News: पहले भी किया था आवेदन तो नहीं मिली थी छुट्टी
जानकारी के मुताबिक, शमशाद से पहले ही इस मुद्दे को लेकर अवकाश मांगा था, लेकिन उन्हें छुट्टी नहीं मिली। पुराने लेटर में उन्होंने असल कारण न बताते हुए किसी और वजह से छुट्टी मांगी थी तब उसे मंजूर नहीं किया गया। जिसके बाद उन्होंने सच बताते हुए लेटर लिखा।
उन्होंने अपने लेटर में लिखा कि, ‘पत्नी से प्यार मोहब्बत की बात को लेकर कुछ अनबन हो गई थी। जिसके बाद पत्नी बच्चों को साथ लेकर मायके चली गई। इससे मैं मानसिक रूप से आहत हूं। मुझे उसे मनाकर वापस लाने के लिए गांव जाना है। कृपया करके मेरी छुट्टी स्वीकार की जाए।’ शमशाद अहमद ने 4 अगस्त से 6 अगस्त तक के लिए अवकाश पर रहने के लिए खंड शिक्षा अधिकारी को लेटर लिखा है।
BSA के प्रेम नगर कार्यालय में शमशाद लिपिक के पद पर कार्यरत हैं। शमशाद का कहना है कि उन्हें पिछले एक साल से किसी भी तरह की छुट्टी नहीं मिली है। इसी बात को लेकर पत्नी से बीते कई महीनों से मामूली कहासुनी चल रही थी। दो दिन पहले बात ज्यादा बढ़ गई। विवाद बढ़ने पर वह कार्यालय आ गए थे और जब शाम को घर गए तो पत्नी मायके जा चुकी थी। साथ में बेटी और दोनों बेटों को भी ले गई है।
बता दें कि इससे पहले भी बलिया जनपद में तैनात एक पुलिस कांस्टेबल की छुट्टी का आवेदन वायरल हो रहा था। इस पत्र में सिपाही ने अपने अधिकारी को लिखा था कि शादी को सात महीने हो गए हैं, अभी तक कोई खुशखबरी नहीं मिली है इसलिए 15 दिनों का अवकाश देने की कृपा करें। जिले के डायल 112 में तैनात गोरखपुर के जवान ने यह आवेदन दिया था।
यह पत्र खूब वायरल हुआ था। इसमें जवान ने लिखा था कि, ‘महोदय शादी को सात महीने हो गए हैं अभी तक कोई खुशखबरी नहीं मिली है। पत्नी ने डॉक्टर की सलाह पर दवा ली है और मुझे उसके साथ घर पर रहना है। अत: श्रीमान निवेदन है कि मुझे 15 दिनों का अवकाश दिया जाए। आपकी महान कृपा होगी।’
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