Varun Gandhi: अग्निपथ योजना को लेकर सियासत गरमा गई है। पीलीभीत से बीजेपी सांसद वरुण गांधी लगातार अग्निपथ स्कीम को लेकर अपनी ही पार्टी पर तंज कसते हुए दिखाई दे रहे हैं। एक बार फिर वरुण गांधी ने अग्निवीरों के समर्थन में ट्वीट किया है। वरुण गांधी ने लिखा कि कम समय तक सेवा करने वाले अग्निवीर पेंशन के हकदार नहीं है, तो जनप्रतिनिधियों को यह सहूलियत क्यूं? आगे लिखा कि राष्ट्ररक्षकों को पेन्शन का अधिकार नही है तो मैं भी खुद की पेन्शन छोड़ने को तैयार हूं। क्या हम विधायक-सांसद अपनी पेंशन छोड़ कर यह सुनिश्चित नहीं कर सकते कि अग्निवीरों को पेंशन मिले?
Varun Gandhi ने कहा- ‘पहले प्रहार फिर विचार’ करना उचित नहीं
बता दें कि बीजेपी सासंद वरुण गांधी को अक्सर अपनी पार्टी पर सवाल खड़े करते हुए देखा जाता है। इससे पहले भी वह लगातार रिक्त पड़े लाखों पदों को भरने को लेकर सरकार पर तंज कसते आए हैं। बीते दिनों एक संबोधन में उन्होंने कहा कि जब एक नौजवान का सपना मरता है, तो पूरे देश का सपना मरता है। क्या 4 साल के पश्चात अग्निवीरों का सम्मानजनक पूनर्वास होगा? मेरा मानना है कि जब तक समाज के आखिरी व्यक्ति की आवाज न सुनी जाए, तब तक कोई भी कानून का निर्माण न हो।
इतना ही नहीं ‘अग्निपथ योजना’ के लाए जाने के तुरंत बाद ही वरुण गांधी अपनी सरकार पर सवाल उठाते नजर आए थे। उन्होंने इसे लेकर ट्वीट करते हुए कहा था कि ‘अग्निपथ योजना’ को लाने के बाद महज कुछ घंटे के भीतर इसमें किए गए संशोधन यह दर्शाते हैं कि संभवतः योजना बनाते समय सभी बिंदुओं को ध्यान में नहीं रखा गया। जब देश की सेना, सुरक्षा और युवाओं के भविष्य का सवाल हो तो ‘पहले प्रहार फिर विचार’ करना एक संवेदनशील सरकार के लिए उचित नहीं।
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