Internet Explorer: दुनिया के सबसे पॉपलुर वेब ब्राउजर्स में एक इंटरनेट एक्स्प्लोरर (Internet Explorer) जल्द बंद होने वाला है। माइक्रोसॉफ्ट इसी हफ्ते 15 तारीख को इसकी सर्विस को बंद करने जा रहा है। वैसे तो कंपनी ने इसकी घोषणा पिछले साल ही की थी। इसके इंटरफेस को लोगों ने काफी पसंद किया। यही वजह रही कि माइक्रोसॉफ्ट ने इंटरनेट एक्स्प्लोरर के 11 वर्जन लॉन्च किए। बाद में गूगल क्रोम और मोजिला के रूप में लोगों को नए ऑप्शन मिले। दोनों ही काफी इस्तेमाल किए जाते हैं।
इन दोनों की लोकप्रियता ने इंटरनेट एक्स्प्लोरर को पीछे छोड़ दिया। इंटरनेट एक्स्प्लोरर को बेहतर बनाने के बजाय माइक्रोसॉफ्ट ने भी अपने नए वेब ब्राउजर ‘माइक्रोसॉफ्ट ऐज’ पर फोकस किया और अब इंटरनेट एक्स्प्लोरर को बंद किया जा रहा है।
Internet Explorer: जानिए क्या है इसका इतिहास
- इंटरनेट एक्स्प्लोरर वेब ब्राउजर सबसे पहले 1995 में ऐड-ऑन पैकेज प्लस के तौर पर विंडोज 95 के लिए रिलीज किया गया था।
- इंटरनेट एक्सप्लोरर प्रोजेक्ट को साल 1994 में थॉमस रियरडन ने शुरू किया था। शुरुआत में टीम में सिर्फ 6 लोग ही थे।
- साल 1996 में Microsoft पर SyNet Inc ने मुकदमा किया था। दावा किया गया कि ‘इंटरनेट एक्सप्लोरर’ नाम के राइट्स उसके पास हैं। इस केस को निपटाने के लिए माइक्रोसॉफ्ट ने 5 मिलियन डॉलर चुकाए थे।
- इसकी लोकप्रियता के कारण शुरुआत में इसके नए और अपडेटेड वर्जन तेजी से आए साल 1999 तक इसके 5 वर्जन आ चुके थे।
- साल 2000 के बाद इंटरनेट एक्स्प्लोर की पॉपुलैरिटी तेजी से बढ़ी। कहा जाता है कि साल 2003 में इसकी मार्केट हिस्सेदारी लगभग 95 फीसदी थी और उपयोगिता के मामले में यह अपने पीक पर पहुंच गया था।
- इंटरनेट एक्स्प्लोरर का आखिरी वर्जन 11 था। इसे अक्टूबर 2013 में रिलीज किया गया था। जनवरी 2015 में ‘माइक्रोसॉफ्ट ऐज’ नाम से कंपनी ने नया वेब ब्राउजर पेश किया। अगले ही साल इंटरनेट एक्सप्लोरर के लिए नए फीचर डेवलपमेंट को बंद कर दिया गया। इसके बाद से ही यह माना जाने लगा कि आने वाले वर्षों में इंटरनेट एक्स्प्लोरर इतिहास बन जाएगा।
- कभी 95 फीसदी सिस्टम्स में इस्तेमाल होने वाला इंटरनेट एक्स्प्लोरर अब महज 0.38 फीसदी मार्केट शेयर पर सिमट गया है। वेब ब्राउजर्स की रैंक में इसकी 10वीं पोजिशन है।
- इंटरनेट एक्स्प्लोरर भले ही अब बंद होने जा रहा है, लेकिन 1990 के दशक के आखिर में माइक्रोसॉफ्ट ने इसके डेवलपमेंट पर सालाना 100 मिलियन डॉलर खर्च किए थे। 6 लोगों की टीम से शुरुआत करने वाले इस प्रोजेक्ट में तब एक हजार लोग काम किया करते थे।
Internet Explorer: ट्विटर पर यूजर्स चुटकी लेते हुए दे रहे मजेदार रिएक्शन
Internet Explorer के बंद होने से जहां एक पॉपुलर वेब ब्राउजर का अंत हो रहा। अब उसी पर ट्वीट करते हुए सोशल मीडिया पर लोग कई मजेदार रिएक्शन दे रहे हैं।
संबंधित खबरें: