Sri Lanka Economic Crisis: श्रीलंका में बिगड़ते आर्थिक संकट पर विरोध प्रदर्शनों को रोकने के लिए राष्ट्रव्यापी कर्फ्यू लगाए जाने के बाद रविवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को बंद कर दिया गया है। 1948 में ब्रिटेन से आजादी के बाद से अपने सबसे दर्दनाक मंदी में दक्षिण एशियाई राष्ट्र भोजन, ईंधन और अन्य आवश्यक चीजों की भारी कमी का सामना कर रहा है। हालात ऐसे ही की देश में ईंधन की कमी के चलते 13 घंटे की बिजली कटौती की जा रही है। मंहगाई आसमान छू रही है। लोगों के प्रदर्शन को देखते हुए राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे ने शुक्रवार को आपातकाल की स्थिति लागू कर दी।
Sri Lanka Economic Crisis: श्रीलंका में राष्ट्रव्यापी सोशल मीडिया ब्लैकआउट
श्रीलंका की सरकार ने रविवार आधी रात को देशव्यापी सोशल मीडिया ब्लैकआउट कर दिया है। फेसबुक, ट्विटर, व्हाट्सएप, यूट्यूब, स्नैपचैट, टिकटॉक और इंस्टाग्राम सहित दो दर्जन प्लेटफॉर्म इससे प्रभावित हुए हैं। यह कदम श्रीलंका सरकार द्वारा आपातकाल लगाने और बाद में आर्थिक संकट के बाद विरोध प्रदर्शनों को रोकने के लिए कर्फ्यू लगाने के बाद उठाया गया है।
Sri Lanka Economic Crisis: श्रीलंका में आपातकाल लागू
बता दें कि श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने शनिवार को आदेश दिया कि द्वीप राष्ट्र में सबसे खराब आर्थिक संकट को लेकर सरकार विरोधी रैली से पहले सरकार द्वारा लगाए गए 36 घंटे के कर्फ्यू के दौरान किसी को भी बिना अनुमति के सार्वजनिक स्थानों पर नहीं जाना चाहिए। राजपक्षे ने शुक्रवार को एक विशेष गजट अधिसूचना जारी की, जिसमें 1 अप्रैल से श्रीलंका में सार्वजनिक आपातकाल की घोषणा की गई है।
40 हजार टन चावल भेजने की तैयारी में भारतीय व्यपारी
गंभीर आर्थिक संकट के बीच श्रीलंका सरकार ने शनिवार शाम 6 बजे से सोमवार सुबह 6 बजे तक देश भर में कर्फ्यू लगा दिया है। राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने देशव्यापी सार्वजनिक आपातकाल की घोषणा कर दी है। इस बीच, श्रीलंका में इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन की सहायक कंपनी लंका आईओसी ने कहा कि वह बिजली की कमी को कम करने के लिए 6,000 मीट्रिक टन ईंधन की आपूर्ति करेगी। वहीं शनिवार को भारतीय व्यापारियों ने कहा कि वे श्रीलंका को 40 हजार टन चावल भेजने की प्रक्रिया में हैं।
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