उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने के संकल्प के साथ सूबे की योगी सरकार अपने 100 दिन पूरे कर रही है। इन 100 दिनों में योगी के ताबड़तोड़ फैसले, लेट मिड नाईट मीटिंग और मंत्रियो अधिकारियों को नसीहत से योगी ने ये सन्देश दे दिया है की न सोयेंगे, न सोने देंगे। न खायेंगे न खाने देंगे। ऐसे में अपने 100 दिन पूरा कर रही योगी सरकार के काम काज का महामंथन खुद योगी ही करेंगे जिसके लिए 12 जून की तारीख भी तय कर दी गयी है।
गोरक्षपीठाधीश्वर और गोरखपुर के सांसद योगी आदित्यनाथ ने 19 मार्च को जय श्री राम के गगनभेदी नारों के बीच उत्तर प्रदेश के 21 वे मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली लेकिन शपथ ग्रहण के फ़ौरन बाद ही मंत्रियो को संपत्ति का ब्यौरा सौंपने के आदेश और कानून व्यवस्था पर जीरो टालरेंस की चेतावनी के बाद योगी ने ये साबित करने की कोशिश की थी कि सरकार किसी धर्म या वर्ग विशेष की नही बल्कि सबका साथ और सबका विकास के एजेंडे पर चलने वाली है। ये और बात है कि इस बीच कानून व्यवस्था के हालात ने सरकार के दावों पर अपराधी के ज्यादा हमले दिखे। लेकिन अब योगी खुद इस बात का पता लगायेंगे कि इन 100 दिनों और वादों पर अमल की रफ्तार का क्या हुआ। जिसके लिए मंत्रियों ने भी अपनी तैयारी शुरू कर दी है।
आपको याद दिलाते चलें कि सरकार बनने के ठीक बाद ही योगी आदित्यनाथ ने प्रेजेंटेशन के जरिए अलग-अलग विभागों की समीक्षा करते हुए मंत्रियो को लोक संकल्प पत्र में किये गये वादों को पूरा करने का टारगेट दिया था । तो अब लगे हाथ 12 जून को विभागवार मंत्रियों से योजना और रफ्तार की स्टेटस रिपोर्ट भी ली जायेगी साथ ही हीलाहवाली करने वाले मंत्रियों पर चाबुक चल सकती है वहीं अच्छा काम करने वालों पर नजरें इनायत होंगी इसमें भी कोई दो राय नही है। लेकिन विपक्ष का ये मानना है कि बीते 100 दिनों काम नही हुआ लेकिन घोषणाबाजी खूब हुई।
बहरहाल यूपी की सत्ता पर काबिज नए निज़ाम ने अपने 100 दिन के कार्यकाल में अपने तेज तर्रार फैसलों से न सिर्फ विपक्ष को कड़ा संदेश दिया है बल्कि जनता में ये उम्मीद जगायी है कि जल्द ही यूपी के अच्छे दिन आएंगे। लेकिन ये बात योगी भी बखूबी जानते है कि कांटो से भरा सत्ता का ये इस सफर लंबा और चुनौतियों से भरा भी है। इसलिये योगी सरकार के 100 दिन पूरे होने पर अब मंत्रियों की जवाबदेही भी तय की जा रही है।