बूस्टर डोज (Booster Dose) को कोरोना (Corona) के खिलाफ जंग में उतारा गया है। पहले कोरोना वैक्सीन के जरिए लोगों को संक्रमित होने से बचाया जा रहा था। अब बूस्टर डोज के जरिए संक्रमण के दरवाजे पर खड़े फ्रंटलाइन वर्कर और बीमार बुजुर्गों को बचाया जाएगा। इसी कड़ी में आज से यानी कि 10 जनवरी से सरकार ने देश के सभी फ्रंटलाइन और हैल्थ केयर वर्कर्स को बूस्टर डोज लगाने का फैसला किया है। जिसके तहत आज से जिले में एहितयातन डोज का लगाने के लिए अभियान शुरू हो रहा है।
Booster Dose इन्हें लगेगी
Corona Virus के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार ने फ्रंटलाइन वर्कर और बीमार बुजुर्गों को बूस्टर डोज देने का फैसला किया है। क्योंकि इन्हें ही संक्रमण का सबसे अधिक खतरा रहता है। बुजुर्गों का इम्यून पावर कम होता है और फ्रंटलाइन वर्कर संक्रमितों के बीच रहते हैं।
हेल्थ केयर व फ्रंटलाइन वर्कर्स के अलावा 60 वर्ष से अधिक के बुजुर्गों को भी बूस्टर डोज लगेगी। 60 वर्ष से अधिक की उम्र के लोगों को डाक्टरी सलाह पर डोज लगाई जाएगी। कोविड टीकाकरण की दूसरी खुराक की तारीख से कम से कम नौ महीने यानी 39 सप्ताह का समय बीत चुका है उन्हें बूस्टर डोज दिया जाएगा।
Booster Dose के लिए नहीं करना होगा Registration
जिले में कुल 12047 व्यक्ति हैं। इनमें हेल्थ वर्कर 5985, फ्रंटलाइन 3292 व सीनियर सिटीजन 2770 शामिल हैं। इन्हें 10660 लोगों को कोविशील्ड व 1387 लोगों को कोवैक्सीन लगी हुई है। जिन्हें 39 सप्ताह बीत चुके हैं, यह वैक्सीन उन्हीं को लगेगी।
इसमें सबसे खास बात यह है कि इसके लिए आपको कोई अलग से रजिस्ट्रेशन नहीं कराना पड़ेगा। कोरोना वैक्सीन की बूस्टर डोज लेने के लिए सीधे केंद्र पर ही आपका रजिस्ट्रेशन होगा। आपको बता दें जिन लोगों को कोरोना वैक्सीन की दो खुराक लग चुकी है वे सीधे किसी भी टीकाकरण केंद्र में अपॉइंटमेंट ले सकते हैं या वॉक-इन कर सकते हैं।
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