UP Election 2022:विधानसभा चुनाव से पहले सभी दलों की तरफ से अपने कुनबे को मजबूत करने को लेकर लगातार प्रयास जारी है। इसी क्रम में रविवार को समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने पूर्व सांसद भीम शंकर तिवारी (Bhim Shankar Tiwari) और विधायक विनय शंकर तिवारी (Vinay Shankar Tiwari) तथा गणेश शंकर पांडे (Ganesh Shankar Pandey) को पार्टी में शामिल करवाया है। मीडिया से बात करते हुए सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि गणेश शंकर पांडे आज बहुजन समाज पार्टी छोड़कर सपा में आए हैं। पूर्व सांसद भीम शंकर तिवारी और विधायक विनय शंकर तिवारी साथ आ गए हैं, अब समाजवादी पार्टी का कोई मुकाबला नहीं कर सकता।
योगी आदित्यनाथ पर बोला हमला
अखिलेश यादव ने योगी आदित्यनाथ पर हमला बोलते हुए कहा कि मुख्यमंत्री जी इसलिए बनाए गए थे कि उत्तर प्रदेश का विकास हो लेकिन साढ़े चार साल में उत्तर प्रदेश में भेदभाव, जाति और धर्म को देखकर काम हुआ। जिस तरह अंग्रेजों ने डिवाइड और रूल करके राज किया, उसी तरह आज भाजपा डरा कर और लोगों को मारकर राज करना चाहती है। उन्होंने कहा कि पहले गरीबों को राशन बांटने का कार्यक्रम नवंबर तक था और अब इन्होंने मार्च तक कर दिया है। ये मार्च तक इसलिए है क्योंकि ये जानते हैं कि मार्च के बाद इनकी सरकार चली जाएगी।
1970 से हरिशंकर तिवारी राजनीति में हैं सक्रिय
हरिशंकर तिवारी 70 के दशक में गोरखपुर की राजनीति में उतरे। 1972-73 में विधान परिषद का चुनाव लड़े, लेकिन हार गये थे। लेकिन उसके बाद से वो लगातार राजनीति में सक्रिय रहे हैं। 1985 में उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव हुए, हरिशंकर तिवारी ने देवरिया जेल से विधायकी का पर्चा भरा था। इस चुनाव में उन्हें जीत मिली थी।
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