26/11 हमले का आरोपी Tahawwur Rana को भारत लाने का रास्ता साफ, अमेरिकी कोर्ट ने दी मंजूरी

0
28
US Allow Tahawwur Rana Extradition
US Allow Tahawwur Rana Extradition

US Allow Tahawwur Rana Extradition: वर्ष 2008 में 26/11 मुबंई हमले का आरोपी तहव्वुर राणा को भारत लाने का रास्ता खुल गया है। अमेरिकी अदालत ने तहव्वुर राणा के भारत प्रत्यर्पण को मंजूरी दी है। जल्द ही एनआईए अमेरिकी सरकार से संपर्क कर तहव्वुर को भारत लाया जाएगा। बता दें कि वह पाकिस्तानी मूल के कनाडाई नागरिक हैं। तहव्वुर ने लश्कर के आतंवादी डेविड कोलमैन हेडली के साथ मिलकर मुंबई 26/11 हमले की साजिश की थी। भारत सरकार ने 10 जून 2020 को तहव्वुर राणा की गिरफ्तारी की मांग की और साथ ही शिकायत भी दर्ज कराई गई थी। जिसके बाद अमेरिका के जो बाइडेन प्रशासन ने तहव्वुर को भारत को सौंपने के लिए समर्थन किया था।

US Allow Tahawwur Rana Extradition
US Allow Tahawwur Rana Extradition

US Allow Tahawwur Rana Extradition: अमेरिकी कोर्ट ने दिया 48 पन्नों का आदेश

लॉस एंजिलिस के सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट में यूएस डिस्ट्रिक्ट कोर्ट की जज जैकलीन चूलजियान ने 16 मई के आदेश में कहा कि पूर्वगामी के आधार पर अदालत ने यह फैसला सुनाया कि 62 वर्षीय राणा उन अपराधों के लिए प्रत्यर्पण योग्य है। दालत ने अनुरोध के समर्थन में और विरोध में प्रस्तुत सभी दस्तावेजों की समीक्षा की और उन पर विचार किया और सुनवाई में प्रस्तुत तर्कों पर विचार किया। न्यायाधीश जैकलिन चूलजियन, यूएस डिस्ट्रिक्ट कोर्ट सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट ऑफ कैलिफोर्निया के यूएस मजिस्ट्रेट न्यायाधीश ने 48 पन्नों के कोर्ट आदेश में यह जानकारी दी जो 17 मई को जारी किया गया था।

US Allow Tahawwur Rana Extradition: भारत की राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) 2008 में पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों द्वारा किए गए 26/11 के हमलों में उसकी भूमिका की जांच कर रही है। इन हमलों में उनकी भूमिका के लिए भारत द्वारा प्रत्यर्पण अनुरोध पर उन्हें अमेरिका में गिरफ्तार किया गया था।

एनआईए ने कहा है कि वह राजनयिक माध्यमों से उसे भारत लाने की कार्यवाही शुरू करने को तैयार है। अदालती सुनवाई के दौरान, संघीय अभियोजकों ने तर्क दिया कि राणा को पता था कि उसका बचपन का दोस्त पाकिस्तानी-अमेरिकी डेविड कोलमैन हेडली लश्कर-ए-तैयबा में शामिल था और हेडली की सहायता करके और उसे उसकी गतिविधियों के लिए कवर देकर वह आतंकवादी संगठन का समर्थन कर रहा था।

संबंधित खबरें…

कर्नाटक मुख्यमंत्री मंथन के बीच डीके शिवकुमार के लिए Supreme Court से आई ये खबर…

अडानी- हिंडनबर्ग मामले की Supreme सुनवाई, SEBI को 14 अगस्‍त तक सौंपनी होगी रिपोर्ट

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here