Vaccum Bomb: रूस और यू्क्रेन के बीच छिड़े युद्ध के पांचवे दिन रूस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए यूक्रेन पर 7100 किलोग्राम वजनी वैक्यूम बम गिराया। रूस ने यूक्रेन के खिलाफ प्रतिबंधित थर्मोबैरिक हथियार (Thermobaric Weapon) का इस्तेमाल किया। इस प्रतिबंधित बम के इस्तेमाल की सूचना से अंतरराष्ट्रीय समुदाय (International Community)में रूस की चौरतफा निंदा की जा रही है। यूक्रेन के शहर ओखर्तिका के मेयर ने बताया कि, रूस ने सोमवार को वैक्यूम बम का इस्तेमाल किया जोकि जेनेवा कंवेंशन के तहत प्रतिबंधित है।
थर्मोबैरिक हथियारों में पारंपरिक गोला-बारूद की जगह उच्च-दाब वाले विस्फोटक भरे होते हैं। इनका इस्तेमाल जहां भी होता है, उस इलाके के वायुमंडल से बड़ी ही तेजी से ऑक्सीजन सोख लिया जाता है। यूक्रेन में रूसी हमले पर नजर रख रहे मानवाधिकर समूहों और अमेरिका में यूक्रेन के राजदूत ने सोमवार को यह आरोप लगाया कि रूस ने यूक्रेन में क्लस्टर बम (cluster bombs) और वैक्यूम बम (vacuum bombs) का इस्तेमाल किया है।
वहीं एमनेस्टी इंटरनेशनल (Amnesty International) और ह्यूमन राइट्स वॉच (Human Rights) की ओर से कहा गया है कि रूसी सेनाओं ने बड़े पैमाने पर प्रतिबंधित क्लस्टर जंगी सामान (banned cluster munitions) का इस्तेमाल किया है। इन मानवाधिकार समूहों के अनुसार इन खतरनाक बमों को उत्तर-पूर्वी यूक्रेन में बने एक प्रीस्कूल पर रूस ने गिराया, जहां नागरिक शरण लेने के लिए इकठ्ठा हुए थे।
Vaccum Bomb: न्यूक्लियर बम से कहीं ज्यादा खतरनाक है वैक्यूम बम
यूक्रेन में लगातार छठे दिन भी हमले जारी हैं। कीव और खारकीव में बमबारी की जा रही है। इस युद्ध में जिस वैक्यूम बम के इस्तेमाल के दावे यूक्रेन कर रहा है, वो न्यूक्लियर बम (Nuclear Bomb) के बाद सबसे ज्यादा खतरनाक बम में आता है। इसे रूस ने इसे फादर ऑफ ऑल बम (Father of All Bomb) का भी नाम दिया है। वैक्यूम बम या कहें कि थर्मोबैरिक हथियार जब फटता है तो वो आस-पास की हवा से ऑक्सीजन (Oxygen) को बड़ी ही तेजी के साथ सोख लेता है। फलस्वरूप अत्यधिक गर्मी पैदा करने वाला भयंकर विस्फोट होता है। इससे ब्लास्ट की वेव आम विस्फोट की तुलना में लंबे समय पैदा होती है। ये इतना खतरनाक होता है,कि इंसानों के शरीर को भाप में बदलने तक की क्षमता रखता है।
Vaccum Bomb: आधिकारिक प्रमाण नहीं
हालांकि अभी तक यूक्रेन संकट के दौरान थर्मोबैरिक हथियार प्रयोग किए जाने का कोई आधिकारिक प्रमाण नहीं मिला है। जानकारी के अनुसार यूक्रेन की आर्मी टीम ने बीते शनिवार की सुबह यूक्रेन के बॉर्डर पर एक रूसी थर्मोबैरिक मल्टीपल लॉन्चर (thermobaric multiple rocket launcher) देखा था।
व्हाइट हाउस की प्रेस सेक्रेट्री जेन साकी (Jen Psaki) ने कहा, कि उन्होंने वो रिपोर्ट्स देखी हैं, लेकिन अभी तक यह पुष्टि नहीं की जा सकी है। क्या वाकई रूस ने ऐसे हथियारों का इस्तेमाल किया है। अगर यह सच है तो यह बेहद गलत है। अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं और रूसी राष्ट्रपति जो बाइडेन का प्रशासन इस मामले की छान-बीन करेंगे। अमेरिका में मौजूद रूसी दूतावास ने हालांकि इस मामले पर कोई टिप्पणीं नहीं की है।
Vaccum Bomb: क्लस्टर बम का इस्तेमाल है निषेध
रूस की तरफ से यूक्रेन के खारकीव इलाके में क्लस्टर बम (cluster Bomb)भी दागे जाने की समाचार मिल रहे हैं। इनका इस्तेमाल भी अंतरराष्ट्रीय समुदाय के बीच निषेध किया गया है। बावजूद इसके अवैध तरीके से इनका प्रयोग हमले में किया जा रहा है। दरअसल ये एक प्रकार से बमों का गुच्छा होता है। जिन्हें फाइटर जेट्स की मदद से गिराया जाता है। एक ही क्लस्टर बम में कई बम गुच्छे के रूप में होते हैं। इनकी खास बात यह है कि दागे जाने के बाद क्लस्टर बम अपने भीतर के बमों को गिराने से पहले हवा में मीलों तक उड़ सकते हैं। ये प्रलयंकारी बम जिस स्थान पर गिरते हैं, वहां 25 से 30 मीटर के दायरे में भयानक तबाही मचा सकते हैं।
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