Pakistan: पकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपने देश की सेना पर कई आरोप लगाए हैं। इमरान खान की सरकार को इसी साल अप्रैल में अविश्वास प्रस्ताव के जरिए सत्ता से बेदखल कर दिया गया था। सत्ता की कुर्सी गंवाने के बाद इमरान खान ने पकिस्तान की फौज पर कई आरोप लगाए हैं।
इमरान खान ने यह माना कि उनकी सरकार एक “कमजोर” सरकार थी, क्योंकि उन पर सेना का काफी दबाव था। उन्हें हर तरफ से ब्लैकमेल किया जा रहा था। आगे उन्होंने कहा- मेरे हाथों में देश की बागडोर नहीं थी, सभी को मालूम है कि देश की बागडेर किसके हाथों में थी।
Pakistan: इमरान को सत्ता से बेदखल करने में अमेरिका का भी हाथ
पकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान ने सेना को अपनी सरकार के गिरने की अहम वजह माना है। इमरान का कहना है कि इस साजिश में अमेरिका भी मेरे देश की सेना के साथ था, क्योंकि उन्होंने रूस, चीन और अफगानिस्तान पर स्वतंत्र विदेश नीति अपनाई थी।
दरअसल, ये बयान बुधवार को इमरान खान ने दिया है। पकिस्तानी अखबार डॉन के अनुसार, बोल न्यूज को बुधवार को दिए एक इंटरव्यू में इमरान से उस रात के बारे में सवाल किया गया, जब उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था। उनसे पूछा गया कि कौन आदेश दे रहा था और किसने पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) तथा पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज (PML-N) के विरुद्ध मामलों में रुकावट पैदा की।
इसके जवाब में इमरान ने कहा कि उनकी सरकार जब से सत्ता में आई थी तभी से वह “कमजोर” थी और उसे गठबंधन की जरूरत पड़ी। इमरान ने कहा कि ऐसी स्थिति दोबारा पैदा हुई तो वह फिर से चुनाव कराने का विकल्प चुनेंगे और बहुमत की सरकार बनाने की कोशिश करेंगे।
इमरान ने कहा “हमारे हाथ बंधे हुए थे।”, हमें हर तरफ से ब्लैकमेल किया जा रहा था। सत्ता हमारे हाथ में न होने की वजह से हमें सेना पर निर्भर रहना पड़ता था। उन्होंने आगे कहा कि दुश्मनों के खतरे को देखते हुए हर देश में एक मजबूत सेना का होना बेहद जरूरी है लेकिन देश की सरकार और सेना के बीच तालमेल होना भी बेहद जरूरी है।
इमरान ने कहा हमारे पास जिम्मेदारी बहुत थी पर उनके मुकाबले शक्ति उतनी ही कम।
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