Iran News: इस्लामिक मुल्क ईरान में कई दिनों चले रहे जनआंदोलन के आगे वहां की कट्टरपंथी सरकार ने अपने घुटने टेक दिए हैं। दरअसल, पिछले तीन महीने से ईरान में एक बड़े स्तर पर जनआंदोलन हो रहा है जिसके तहत वहां के लोगों की मांग थी कि ‘मोरैलिटी पुलिस’ की सभी इकाइयों को भंग कर दिया जाए। आखिरकार ईरान सरकार ने ‘मोरैलिटी पुलिस’ की सभी इकाइयों को भंग कर दिया है। दरअसल, ‘मोरैलिटी पुलिस’ ने ही 22 वर्षीय महसा अमीनी को हिजाब न पहनने के लिए गिरफ्तार किया था जिस दौरान उस महिला की मौत हो गई थी।
Iran News: अटॉर्नी जनरल ने दी जानकारी
स्थानीय समाचार एजेंसी ने अटॉर्नी जनरल मोहम्मद जाफर मोंटाजेरी के हवाले से शनिवार को बताया कि ‘मोरैलिटी पुलिस’ का न्यायपालिका से कोई लेना-देना नहीं है, इसलिए इसे खत्म करने का फैसला लिया जा रहा है। आपको बता दें, ईरान में ‘मोरैलिटी पुलिस’ की स्थापना कट्टरपंथी राष्ट्रपति महमूद अहमदीनेजाद ने की थी। इस पुलिस का काम ईरान में लोगों को शरिया कानून का पालन कराना था।
Iran News: हिजाब कानून में भी हो सकता है बदलाव
स्थानीय समाचार एजेंसी ने अटॉर्नी जनरल मोहम्मद जफर मोंटाजेरी के हवाले से कहा कि ईरान सरकार की ओर से हिजाब की अनिवार्यता से जुड़े पुराने कानून में भी बदलाव करने का फैसला लिया है। संसद और न्यायपालिका दोनों इस मुद्दे पर काम कर रहे हैं। हालांकि, अभी इस बात की जानकारी नहीं दी गई है कि संसद और न्यायपालिका की ओर से कानून में किस तरह का संशोधन किया जा सकता है।

Iran News: 1983 से पहले अनिवार्य नहीं था हिजाब
1979 में ईरान में इस्लामिक क्रांति हुई थी जिसके बाद ईरान की महिलाओं की जिंदगी बदल गई। दरअसल, इस समय अमेरिकी समर्थित राजशाही पूरी तरह से खत्म हो गई थी और अयातुल्लाह खोमैनी ने गद्दी संभाली। अयातुल्लाह खोमैनी ने गद्दी संभालते ही सबसे पहले शरीया कानून लागू किया था। इसके बाद अप्रैल 1983 के बाद से उस देश में रहने वाली 9 वर्ष से ऊपर की सभी महिलाओं के लिए हिजाब अनिवार्य हो गया। यहां तक कि टूरिस्ट को भी इस नियम का पालन करना होता है।

Iran News: कैसे शुरू हुआ था मामला?
हिजाब न पहनने के कारण ‘मोरैलिटी पुलिस’ ने 22 वर्षीय महसा अमीनी को गिरफ्तार कर लिया था। गिरफ्तारी के दौरान ही महसा अमीनी की मौत हो गई थी। इसके बाद से ही ईरान में जनआंदोलन छिड़ गया था। महिलाएं चोटी काटकर इस बात का विरोध कर रहे थे। करीबन दो महीने से जारी हिंसक प्रदर्शनों के बीच ईरान की सरकार बैकफुट पर आई और उसने मोरैलिटी पुलिस को भंग कर दिया।
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