International News: ब्रिटेन में लगातार पड़ रही गर्मी के बीच सरकार ने बड़े हिस्से को आधिकारिक रूप से सूखाग्रस्त घोषित कर दिया। इसके तहत उक्त क्षेत्र के निवासियों के लिए पानी के इस्तेमाल और व्यावसायिक प्रयोग पर प्रतिबंध लगाया जाएगा। इससे पूर्व 2011 में भी यहां स्थिति गंभीर हो गई थी। वर्ष 2018 में भी यहां सूखा घोषित किया गया था। सूखाग्रस्त क्षेत्रों में दक्षिण, दक्षिण पश्चिम, मध्य इंग्लैंड के हिस्सों के अलावा पूर्वी इंग्लैंड भी शामिल है। इससे पूर्व राष्ट्रीय सूखा समूह ने बीते शुक्रवार को एक बैठक भी की थी। इस बैठक में पर्यावरण एजेंसी, सरकार, जल कंपनियों और प्रमुख प्रतिनिधि समूहों के प्रतिनिधि शामिल थे।

International News: सर्तक रहने का आग्रह किया
ब्रिटेन के जलमंत्री स्टीव डबल ने कहा कि देश के कुछ हिस्से भीषण गर्मी के दूसरे दौर का सामना कर रहे हैं। इससे पूर्व जुलाई में भीषण गर्मी की स्थिति थी। उन्होंने कहा कि हम शुष्क मौसम के लिए पहले से कहीं बेहतर तरीके से तैयार हैं, लेकिन हम हर स्थिति पर बारीकी से नजर रखेंगे।
इस बाबत प्रभावित क्षेत्रों के निवासियों और कारोबारियों से संसाधनों पर बढ़ते दबाव को लेकर बहुत सर्तक रहने का आग्रह किया गया है। पानी का विवेकपूर्ण तरीके से इस्तेमाल करें।ब्रिटेन में पिछले 5 महीनों से बारिश की मात्रा औसत से कम दर्ज की गई है। इस वजह से मिटटी सूख गई है। कृषि और अन्य सेवाएं प्रभावित होने के साथ वन्य जीव भी परेशान हैं।
International News: गर्मी से टेम्स नदी का पानी सूखा
ब्रिटेन में पिछले कई दिनों से पड़ रही भीषण गर्मी की वजह से टेम्स नदी का पानी सूख गया है। दूसरी तरफ इंग्लैंड का हरा-भरा ग्रामीण इलाका भी गर्मी की वजह से हरे से पीले रंग में तब्दील हो गया है। दूसरी तरफ जर्मनी की मशहूर राइन नदी का जलस्तर भी काफी नीचे चला गया है।जानकारी के अनुसार इंग्लैंड में साल 1935 के बाद शुष्क मौसम का सामना इस साल जुलाई में करना पड़ा है।
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