Imran Khan: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के घर रविवार को गैर जमानती वारंट लेकर पहुंची पुलिस खाली हाथ लौट आई। पुलिस अधीक्षक जब इमरान के घर पहुंचे तो वहां पूर्व पीएम नहीं मिले।वहीं इस पूरे मामले पर नजर बनाए हुए गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह ने आज गिरफ्तारी की संभावना नहीं होने का संकेत दिया है। इस मामले में अब ताजा स्थिति से कोर्ट को अवगत कराया जाएगा।
तोशा खाना घोटाले में फंसे पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के अध्यक्ष इमरान खान को पुलिस गिरफ्तार करने लाहौर पहुंच गई है। उनकी गिरफ्तारी कभी भी हो सकती है। इस्लामाबाद के एसपी सिटी हुसैन ताहिर के नेतृत्व में टीम लाहौर पहुंची है।पुलिस का इमरान खान की गिरफ्तारी पर कहना है कि सभी कानूनी आवश्यकताओं को पूरा करने के बाद इमरान खान को गिरफ्तार किया जाएगा।
हालांकि पुलिस का दावा है कि उनकी गिरफ्तारी का कोई इरादा नहीं है। सिर्फ वारंट उन्हें सौंपना है।जबकि उनकी पार्टी पीटीआई का कहना है कि इमरान की गिरफ्तारी हो सकती है इसलिए किसी को इमरान तक नहीं पहुंचने नहीं दिया जाएगा।पुलिस का कहना है कि इस काम में भी जो भी बाधा डालने का प्रयास करेगा उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।उनकी पार्टी के नेता फवाद चौधरी ने कहा कि अगर इमरान खान की गिरफ्तारी हुई तो देश के हालात बिगड़ेंगे।
Imran Khan: गिरफ्तारी का कोई ऑर्डर नहीं
Imran Khan: पुलिस नोटिस में इमरान खान की गिरफ्तारी का कोई ऑर्डर नहीं है।पीटीआई ने और पूर्व विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा, “हम दोपहर 3 बजे इस मसले पर रणनीति का खुलासा करेंगे। नोटिस प्राप्त हुआ है। हम कानूनी कार्रवाई करेंगे।” कुरैशी ने कहा कि इमरान खान की जान को खतरा था और खतरा है।ऐसे में मुमकिन है कि इमरान खान की हत्या की साजिश रची जा रही हो। पाकिस्तान आर्थिक संकट से गुजर रहा है।
दूसरी तरफ पाकिस्तान के मौजूदा गृहमंत्री राणा सनाउल्लाह ने कहा कि “जिस दिन सरकार फैसला कर लेगी इमरान को गिरफ्तार करने से कोई नहीं रोक सकता।” उन्होंने आगे कहा कि इमरान को अरेस्ट करना कोई मुश्किल काम नहीं है।
Imran Khan: क्या है तोशाखाना मामला?
Imran Khan: पाकिस्तान में तोशाखाना कैबिनेट का एक विभाग है, जहां अन्य देशों की सरकारों, राष्ट्रप्रमुखों और विदेशी मेहमानों द्वारा दिए गए बेशकीमती उपहारों को रखा जाता है।जरूरी नियमों के तहत किसी दूसरे देशों के प्रमुखों या गणमान्य लोगों से मिले उपहारों को तोशाखाना में रखा जाना जरूरी होता है।साल 2018 में जब इमरान खान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बने थे। उस दौरान उन्होंने अरब देशों की यात्राएं कीं। वहां के शासकों से महंगे गिफ्ट भी मिले थे।इमरान खान ने उन्हें तोशाखाना में जमा करा दिया था, लेकिन इमरान खान ने बाद में तोशाखाना से इन्हें सस्ते दामों पर खरीदा और बड़े मुनाफे में बेच डाला। जानकारी के अनुसार इस पूरी प्रक्रिया को उनकी सरकार ने बाकायदा कानूनी अनुमति दी।
पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान इस आरोप को पूरी तरह से आधारहीन मानते हैं। उन्होंने चुनाव आयोग को बताया था कि राज्य के खजाने से इन गिफ्ट्स को 2.15 करोड़ रुपए में खरीदा गया था। इन्हें बेचकर उन्हें करीब 5.8 करोड़पये का मुनाफा हुआ था।उन्होंने तोशाखाना से जो कुछ भी खरीदा है, वह रिकॉर्ड में दर्ज है।
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