अफगानिस्तान को तालिबान के हाथों में सौंप देश से भागने के बाद पूर्व राष्ट्रपति अशरफ गनी ने बुधवार की रात को एक वीडियो जारी कर भागने का कारण बताया और अपने ऊपर लग रहे सभी आरोपों को खारिज भी किया है। उन्होंने कहा कि मैं तो आखिरी वक्त में जूते भी नहीं पहन पाया 12 अरब डॉलर कहां से लाता।
अपना देश अफगानिस्तान छोड़ संयुक्त अरब अमीरात में रह रहे अशरफ गनी ने वीडियो में कहा कि राजधानी काबुल को तालिबानियों ने घेर लिया था। अगर मैं उन्हें सत्ता सौंप कर देश नहीं छोड़ता तो वहां पर खून की नदियां बहती, खून खराबा होता। इस नरसंहार को रोकने के लिए मैंने अपने मुल्क को छोड़ना ही सही समझा।
उन्होंने आगे कहा, मुझ पर आरोप लगाए जा रहें हैं कि मैं 12 अरब डॉलर लेकर अफगानिस्तान से फरार हो गया हूं। अपने साथ कुछ भी नहीं लाया हूं, यहां तक की जूता पहनने का समय भी नहीं मिला। सरकारी अधिकारियों की सलाह पर मैंने मुल्क को अलविदा कहा। मैं अफगानिस्ता को यमन या सीरिया नहीं बनने दे सकता था। गलत आरोप लगाकर मेरी किरदार की हत्या की जा रही है।
वीडियो में अशरफ गनी ने अमेरिकी राष्ट्रपित जो बाइडेन के आरोप पर भी सफाई पेश की है। उन्होंने कहा कि हमने तालिबान के साथ कई दौर की वार्ता की लेकिन सब कुछ बेकार साबित हुआ।
बता दें कि इससे पहले तजाकिस्तान में अफगानिस्तान के राजदूत मोहम्मद जहीर अघबार ने राष्ट्रपति अशरफ गनी पर सरकारी कोष से 16.9 करोड़ डॉलर की ‘चोरी’ करने का आरोप लगाया था और अंतरराष्ट्रीय पुलिस से उन्हें गिरफ्तार करने की मांग की थी।
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अशरफ गनी ने कहा, ‘मैंने केवल एक वेस्टकोट और कुछ कपड़े लेकर गया। मेरी चारित्रिक हत्या करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं और कहा जा रहा है कि मैं पैसा लेकर भागा हूं। ये आरोप बेबुनियाद हैं। आप कस्टम विभाग के अधिकारियों से भी पूछ सकते हो। वे आधारहीन हैं।