Antony Blinken:अमेरिका और चीन के बीच तनाव और विवाद किसी से छिपा नहीं है। इनके बीच ये विवाद व्यापार, वैश्विक प्रभाव समेत कई मुद्दों को लेकर देखने को मिलता रहा है। हाल ही में फरवरी में अमेरिका और चीन के बीच तनाव देखा गया था जब अमेरिकी वायुक्षेत्र में चीनी गुब्बारे के पाए जाने की खबर सामने आई थी। वहीं, ऐसे रिश्तों में खटास के बीच अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन रविवार को अपने दो दिवसीय चीन के दौरे पर पहुंचे। बीते पांच सालों में ये किसी अमेरिकी विदेश मंत्री का चीन की पहली यात्रा है। अमेरिकी विदेश मंत्री के चीन के दौरे पर पूरे विश्व की भी नजर है।
Antony Blinken का फरवरी में चीनी दौरा हुआ था रद्द
आपको बता दें कि अमेरिका और चीन के बीच विवाद और लगाव की खबरे आती रही हैं। कभी इनमें इतना तनाव बढ़ जाता है कि ये एक-दूसरे की ओर देखते तक नहीं हैं और कभी इतना लगाव हो जाता है कि एक-दूसरे के बगैर रहते भी नहीं है! हालांकि, ताजा मामला विवाद का है। दरअसल, फरवरी 2023 में अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन चीन के दौरे पर जाने वाले थे लेकिन उनका यह दौरा एन वक्त पर रद्द कर दिया गया था। कारण था अमेरिकी वायुक्षेत्र में चीनी गुब्बारे का प्रवेश।
ब्लिंकन फरवरी में चीन की यात्रा पर जाने वाले थे लेकिन उनके इस दौरे से पहले अमेरिकी वायुक्षेत्र में चीनी गुब्बारा देखे जाने का बात कही गई। इससे दोनों देशों में तनाव बढ़ गया। अमेरिका ने इसे चीन का जासूसी गुब्बारा बताया था। इसके साथ ही उसने गुब्बारे पर सैन्य जेट से हमला कर उसे गिरा दिया था। वहीं, चीन ने इनकार करते हुए कहा कि मौसम की जानकारी लेने वाला ये गुब्बारा रास्ता भटक कर अमेरिकी वायुक्षेत्र में चला गया था। बता दें कि इस गुब्बारे के कारण ही अमेरिकी और चीन में तनाव बढ़ा और तब अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन का चीनी दौरा रद्द कर दिया गया था।
वहीं, इस घटना के लगभग 5 महीने बाद चीन और अमेरिका फिर से करीब आने लगे हैं। अब एंटनी ब्लिकंन चीन पहुंचे हैं।
इन मुद्दों पर हो सकती है दोनों देशों के बीच चर्चा
प्राप्त जानकारी के अनुसार, अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन अपने दो दिनों के दौरे पर चीन पहुंच गए हैं। बताया गया कि वे विदेश नीति से जुड़े मामले को लेकर चीन के अधिकारियों और मंत्रियों के साथ बैठक करेंगे।
इसके साथ ही विदेश मंत्री की यह प्राथमिकता होगी कि वे अमेरिका और चीन के बीच आपसी रिश्तों में जो दूरियां या खटास आई हैं उसे दूर करने पर चर्चा करें। मतलब कि दोनों देश अपने रिश्तों को बेहतर करने के लिए कोशिश करेंगे।
कहा यह भी जा रहा है कि दोनों देशों के बीच व्यापार से जुड़ी मुश्किलों को दूर करने पर भी विदेश मंत्री ब्लिंकन का जोर रहेगा।
बता दें कि जब जो बाइडन अमेरिका के राष्ट्रपति बने थे तब दोनों देशों के बीच व्यापार ही नहीं बल्कि कई क्षेत्रों में रिश्तों को लेकर भी उतार-चढ़ाव आया था। अब इसे भी दूर करवने की कोशिश होगी। क्योंकि जो बाइडन के राष्ट्रपति बनने के बाद अमेरिकी विदेश मंत्री का यह पहला चीन का दौरा है।
आपको बता दें कि अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकन ने अपने चीन के इस दौरे को लेकर पहले ही कह दिया था कि उनके इस दौरे में उनकी राजनयिकों की टीम का और उनका उद्देश्य तनाव के जोखिमों को कम करना है। इसके साथ ही फिर से बातचीत जारी रखने की प्रक्रिया को शुरू करना है।
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