अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के Hamid Karzai International Airport पर धमाके के 48 घंटे के भीतर अमेरिकी सेना ने बड़ी कार्रवाई की है। सेना ने IS आतंकियों के खिलाफ Air Strike की है। America ने दावा किया है कि इस एयरस्ट्राइक में काबुल धमाके के साजिशकर्ता को मौत के घाट उतार दिया है। बताया जा रहा है कि मानवरहित विमान से नांगरहार में ISIS-K के ठिकाने पर अमेरिकी सेना ने हवाई हमले किए हैं।

अफगानिस्तान में एयरस्ट्राइक के बाद अमेरिकी ने सभी को काबुल एयरपोर्ट गेट से हटने के लिए कहा है। अमेरिका का दावा है कि वहां पर फिर बड़ा आतंकी हमला हो सकात है। पेंटागन की ओर से दावा किया गया है कि तय टारगेट को ध्वस्त कर दिया गया है। ISIS-K के ठिकाने पर ड्रोन अटैक किया गया था।

बता दें कि अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के हामिद करजई इंटरनेशनल एयरपोर्ट के ठीक सामने गुरुवार शाम 5 बजे दो फिदायीन हमले हुए थे। इस धमाके में 100 अफगानी नागरिकों की मौत हो गई है थी। वहीं 200 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं। 13 अमेरिकी सैनिकों की भी मौत हुई है और 15 घायल हैं। काबुल एयरपोर्ट से तमाम फ्लाइट ऑपरेशन्स बंद कर दिए गए हैं। न्यूज एजेंसी से मिली खबर के अनुसार हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन ISIS के खुरासान ग्रुप ने ली है।

US Central Command के प्रवक्ता कैप्टन बिल अर्बन ने कहा कि अमेरिका ने अफगानिस्तान में इस्लामिक स्टेट (IS) के खिलाफ योजना के तहत ड्रोन हमला किया है। ISIS-K के खिलाफ 48 खिलाफ भीतर कार्रवाई की गई है। इसमें किसी नागरिक के हताहत होने की जानकारी नहीं है। शुक्रवार को अमेरिकी राष्ट्रपति ने स्पष्ट कह दिया था कि काबुल एयरपोर्ट पर आतंकी हमला करने वालों नहीं छोड़ेंगे।

एयरपोर्ट पर आतंकी हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने व्हाइट हाउस से आतंकियों को संदेश देते हुए कहा था कि, इस घटना को हम नहीं भूलेंगे, हमलावरों को खोज खोज कर मारा जाएगा। बाइडेन ने आगे, हमले में शहीद अमेरिकी जवानों के परिवारों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं। धमाके के बाद भी अमेरिकी सेना अफगानिस्तान में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाती रहेगी और जरुरत पड़ी तो अधिक फौज भी भेजेंगे।

बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कुछ दिन पहले ही काबुल पर आतंकी हमले की आशंका जताई थी और ISIS-K का नाम लिया था। इसके कुछ दिन बाद ही काबुल एयरपोर्ट पर आतंकी हमला कर दिया गया।

बड़ा आतंकी हमला तब हुआ है जब तालिबान के प्रवक्ता शोहेल साहीन ने 23 अगस्त को कतर में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा था कि, 31 अगस्त तक अमेरिका को काबुल एयरपोर्ट से सेना हटानी होगी। वरना अंजाम बुरा होगा।

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