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Chaitra Navratri 2023: नवरात्रि के पांचवे दिन मां स्कंदमाता को इस...
Chaitra Navratri 2022: नवरात्रि के पांचवे दिन स्कंदमाता की पूजा की जाती है। मोक्ष के द्वार खोलने वाली माता परम सुखदायी हैं। माँ अपने भक्तों की समस्त इच्छाओं की पूर्ति करती हैं।
Navratri 2022: सिंदूर खेला के बाद बड़े धूमधाम से की गई...
खासतौर से बंगाली समुदाय की महिलाएं मां दुर्गा को खुश करने के लिए पारंपरिक धुनुची नृत्य करती हैं। सिंदूर खेला के पीछे एक धार्मिक महत्व भी है। कहा जाता है कि लगभग 450 साल पहले बंगाल में मां दुर्गा के विसर्जन से पहले सिंदूर खेला का उत्सव मनाया गया था।
Navratri 2022: मां सिद्धिदात्री की पूजा कर मांगा उन्नति और कल्याण...
मान्यता है कि मां सिद्धिदात्री को मौसमी फल, चना, पूड़ी, खीर, नारियल और हलवा अतिप्रिय है। मान्यता है कि मां सिद्धिदात्री को नवमी पर इन चीजों का भोग लगाने से वह प्रसन्न होती हैं।
Viral Video: गरबा डांस को लेकर जमकर चली लाठियां, कई घायल;...
Viral Video: नवरात्रि के दौरान हर तरफ गरबा कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है।
Navratri 2022: महागौरी पूजन के साथ ही नवरात्रि के आठवें दिन...
सांसारिक रूप में इनका स्वरूप बहुत ही उज्ज्वल कोमल, श्वेत वर्ण और श्वेत वस्त्रधारी है। देवी महागौरी को गायन-संगीत प्रिय है और वह सफेद वृषभ यानी बैल पर सवार हैं।
Navratri 2022: Delhi-NCR के मंदिरों में मां कालरात्रि के जयकारों की...
मां कालरात्रि की पूजा से भय और रोगों का नाश होता है।
Navratri 2022: नवरात्रि के छठवें दिन मां कात्यायनी की होती है...
Navratri 2022: नवरात्रि का आज छठवां दिन है, इस दिन मां दुर्गा के छठवें स्वरूप मां कात्यायनी की पूजा की जाएगी। माँ दुर्गा के छठे स्वरूप का नाम कात्यायनी है।
Navratri 2022: षष्ठी पूजा के साथ होगा दुर्गा पूजा का आगाज,...
दुर्गा पूजा मनाए जाने के पीछे अलग-अलग तरह की धार्मिक मान्यताएं हैं।
शारदीय Navratri 2022 पांचवे दिन भक्तों ने की देवी स्कंदमाता की...
चार भुजा धारिणी माता स्कंदमाता के एक दाहिनी भुजा में कमल पुष्प है, जबकि दूसरी भुजा से माता गोद में बैठे भगवान कार्तिकेय के बाल रूप को संभाल रही हैं। वहीं पहले बाएं भुजा में भी एक कमल पुष्प है, तो दूसरी भुजा वरमुद्रा में हैं।
Navratri 2022: नवरात्रि के चौथे दिन होती है माता कुष्मांडा की...
Navratri 2022: आज यानी 29 सितंबर को नवरात्रि का चौथा दिन है इस दिन विधि-विधान के साथ माता कूष्मांडा का पूजन किया जाता है।