Smartphone Materials: मोबाइल फोन ने हमारे जीवन में क्रांति ला दी है। पिछले कुछ वर्षों में, विभिन्न सामग्रियों के यूज से मोबाइल फोन सरल संचार उपकरणों से पोर्टेबल कंप्यूटर में बदल गए हैं। किसी से बात करनी हो, चैटिंग करनी हो स्मार्टफोन के जरिए आसानी से किया जाता है। इसी वजह से अब मोबाइल फोन हर व्यक्ति की पहली चाहत बन चुका है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा कि यह छोटी सी और चमत्कारी डिवाइस कैसे बनती है? यानी इसको बनाने में कितने धातुओं का इस्तेमाल किया जाता है। आइए आज के इस लेख में आपको इसके बारे में विस्तार से बताते हैं:
Smartphone Production Process: मोबाइल फोन के अंदर क्या रहता है?
1990 के दशक में वैश्विक संचार नेटवर्क के रूप में इंटरनेट की स्थापना के बाद से पिछले दशक में मोबाइल फोन का उदय सबसे महत्वपूर्ण तकनीकी बदलाव है। तब से, हमारे जीवन में तेजी से बदलाव आया है। मोबाइल फोन के भीतर मौजूद सामग्रियों के अनूठे गुणों ने गैजेट्स को संचार के लिए संभव बनाया गया है।
खनिजों और अयस्कों से निकाले गए विभिन्न धातु और कंपोजिट से मोबाइल फोन बनाए जाते हैं। इलेक्ट्रॉनिक्स और केमिस्ट्री का सही तालमेल मोबाइल फोन यूजर्स के लिए वॉयस कॉल, टेक्स्ट मैसेज और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए बाकी दुनिया के साथ संवाद करना संभव बनाता है। आइए मोबाइल फोन के अंदर क्या-क्या रहता है जानते हैं:
प्लास्टिक
प्लास्टिक का उपयोग मुख्य रूप से कंप्यूटर चिप कोटिंग्स के निर्माण के लिए किया जाता है। अधिकांश मोबाइल फोन में थर्मोसेट प्लास्टिक का उपयोग किया जाता है। जैसे कि फ्लोरोपॉलीमर, पॉलीमेथाइलमेथैक्रिलेट, पॉलीप्रोपाइलीन, पॉली कार्बोनेट, फिनोल फॉर्मलाडिहाइड और स्टाइरीन। ये सभी बहुत मजबूत होते हैं।
कांच
ग्लास मोबाइल फोन के लिए बहुत जरूरी है, विशेष रूप से स्क्रीन के लिए। हालांकि, यह कोई साधारण ग्लास नहीं है। यह ग्लास सिलिकॉन डाइऑक्साइड और एल्यूमीनियम ऑक्साइड से बना होता है। इसमें इंडियम टिन ऑक्साइड का एक अल्ट्राथिन कोटिंग जोड़ा जाता है ताकि स्क्रीन को बिना नुकसान के इस्तेमाल किया जा सके। बता दें कि ज्यादातर मोबाइल फोन निर्माता अब गोरिल्ला ग्लास का उपयोग करते हैं। यह हल्का, पतला और बेहद मजबूत ग्लास होता है।
धातुओं
धातुओं का उपयोग मोबाइल फोन के सर्किटरी और बैटरी में किया जाता है। हालांकि, जमीन से निकाले जाने पर धातुएं अपने बेस्ट रूप में नहीं होती हैं। मोबाइल फोन में उपयोग किए जाने से पहले उन्हें इस्तेमाल योग्य बनाया जाता है।
मोबाइल फोन में उपयोग की जाने वाली कुछ धातुएं निम्नलिखित हैं:
लिथियम
लिथियम एक हल्की दुर्लभ धातु है जिसमें करेंट स्टोर करने की क्षमता होती है। नतीजतन, यह मुख्य रूप से मोबाइल फोन की बैटरी बनाने में उपयोग होता है। इसका खनन हार्ड-रॉक अयस्कों और नमक झीलों से किया जाता है।
सिलिकॉन
स्मार्टफोन के निर्माण में इस्तेमाल होने वाली लगभग 25% सामग्री सिलिकॉन का होता है। इसका उपयोग मुख्य रूप से मोबाइल फोन का प्रोसेसर बनाने के लिए किया जाता है।
लोहा
लोहे का उपयोग मुख्य रूप से मोबाइल फोन के सभी पार्ट्स को इकट्ठा करने के लिए किया जाता है। यानी की स्क्रू के लिए किया जाता है। लोहे की मिश्र धातुओं का उपयोग बैटरी बनाने के लिए भी किया जाता है। यह उन्हें अत्यधिक टिकाऊ बनाता है।
अल्युमीनियम
एल्युमीनियम का सबसे आम उपयोग मोबाइल फोन के इलेक्ट्रॉनिक घटकों को रखना है। स्मार्टफोन में औसतन 22.18 ग्राम एल्युमीनियम का इस्तेमाल होता है। यह एंटीना के विद्युत चुम्बकीय गुण से सर्किटरी को बचाता है।
तांबा
मोबाइल फोन में जितने भी तारों का इस्तेमाल किया जाता है वो तांबे का होता है। इसी से सारा कनेक्शन जोड़ा जाता है।
कोबाल्ट
कोबाल्ट लिथियम-आयन बैटरी बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला सबसे महंगा कच्चा माल है। इसका उपयोग लिथियम के साथ मोबाइल फोन की बैटरी लाइफ बढ़ाने के लिए किया जाता है।
टिन और लेड
टिन अपने अद्वितीय भौतिक गुणों, उपलब्धता और कम लागत के लिए जाना जाता है। इसका इस्तेमाल मदरबोर्ड और सभी पार्ट्स को एक साथ जोड़ने के लिए किया जाता है।
जस्ता
एल्यूमीनियम और तांबे के साथ जिंक मिश्र धातुओं का उपयोग माइक्रोफोन और स्पीकर बनाने के लिए किया जाता है। इसका उपयोग बैटरी बनाने में भी किया जाता है।
निकल
निकेल मोबाइल फोन की बैटरी, कैपेसिटर और इलेक्ट्रिकल कनेक्टर में इस्तेमाल होने वाली एक सख्त चांदी की धातु है।
चांदी
इसका इस्तेमाल कंडक्टर और स्विच बनाने के लिए किया जाता है।
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