West Bengal Panchayat Election: पश्चिम बंगाल में मालदा के कालियाटक में पंचायत चुनाव के पहले तृणमूल कार्यकर्ता की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई। टीएमसी द्वारा इस घटना का दोष कांग्रेस पर लगाया जा रहा है। बता दें, पिछले एक हफ्ते में राज्य में छह लोगों की जान चुनावी हिंसा में गई है। मालदा में तृणमूल कांग्रेस की हत्या के लिए कांग्रेस पर आरोप लगाये जा रहे हैं।
सूत्रों के मुताबिक तृणमूल कांग्रेस ने उस कार्यकर्ता को मालदा के सुजापुर ग्राम पंचायत में नामजद किया था। मुस्तफा नाम का शख्स शनिवार दोपहर करीब डेढ़ बजे साइकिल से घर लौट रहा था। सूत्रों का कहना है कि उस समय बांस, डंडों, लोहे की छड़ों से हमले किए गए थे। वह सुजापुर के पूर्व ग्राम प्रधान भी हैं। इस घटना की राज्य मंत्री सबीना यास्मीन ने सीधे तौर पर कांग्रेस से शिकायत की है।
उन्होंने कहा कि पंचायत चुनाव में टिकट का बंटवारा सिलेक्टिव तरीके से किया गया। कई उपद्रवियों को टिकट नहीं दिया गया। वे तृणमूल छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए, उसने शनिवार को मुस्तफा की हत्या कर दी थी।
West Bengal Panchayat Election: राज्यपाल ने कैनिंग के प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया
इस घटना को लेकर कांग्रेस का दावा है कि इस हत्या में उनकी पार्टी से कोई भी शामिल नहीं है, लेकिन हत्या को लेकर फिर से राज्य की राजनीति गरमा गई है। बता दें, हिंसा को लेकर पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने शनिवार (17 जून) शाम कैनिंग के प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया है।
वहीं, दूसरी तरफ मालदा के कालियाचक थाने के सुजापुर ग्राम पंचायत तृणमूल नेता की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई है। इस बारे में राज्य चुनाव आयुक्त ने मालदा जिला कलेक्टर को फोन कर रिपोर्ट तलब की है।
West Bengal Panchayat Election: चुनावी हिंसा में अबतक 6 की मौत
पंचायत चुनाव के पहले नामांकन के दौरान ही लगातार हिंसा की घटनाएं घट रही है। हिंसा की घटनाओं के मद्देनजर कलकत्ता हाईकोर्ट ने सभी मतदान केंद्रों पर केंद्रीय बल की तैनाती करने का आदेश दिया है। कलकत्ता हाईकोर्ट द्वारा केंद्रीय बल की तैनाती के आदेश की ममता बनर्जी की सरकार ने चुनौती दी है और सुप्रीम कोर्ट में तृणमूल कांग्रेस की सरकार की ओर से याचिका दायर की गई है।
गौरतलब है कि राज्य में चुनावी प्रक्रिया शुरू होने के बाद से दक्षिण 24 परगना के भांगड़ में तीन लोगों की, मुर्शिदाबाद में दो और मालदा में एक राजनीतिक कार्यकर्ता की मौत हो चुकी है। इससे फिर से राज्य में शांतिपूर्ण चुनाव को लेकर सवाल उठने लगे हैं।
“हिंसा और बंगाल एक दूसरे का पर्यायवाची” -बीजोपी नेता कैलाश विजयवर्गीय
राज्य में पंचायत चुनाव को लेकर हिंसा की घटनाओ पर बीजोपी नेता कैलाश विजयवर्गीय ने राज्य सरकार पर निशाना साधा है। उन्होनें न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए अपने बयान में कहा है कि बंगाल में हिंसा बहुत स्वाभाविक है, हिंसा और बंगाल एक दूसरे का पर्यायवाची है। जब भी चुनाव होता है तब हिंसा होती है। इसके अलावा उन्होनें यह तक कह दिया कि राज्य की मुख्यमंत्री उनके भतीजे अभिषेक, पुलिस, गुंडे सब मिल कर वहां हिंसा करते हैं। वहां आम नागरिक को कोई संरक्षण नहीं है।
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