Sanjay Singh Press Conference: दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना और आम आदमी पार्टी के बीच की जंग तेज होती जा रही है। उपराज्यपाल की ओर से आम आदमी पार्टी के कई नेताओं को मानहानि का नोटिस भेजा गया था। लेकिन AAP के राज्यसभा सांसद Sanjay Singh ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उस नोटिस को फाड़ दिया। दरअसल, AAP के नेताओं ने उपराज्यपाल वीके सक्सेना पर धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था। इसके जवाब में वीके सक्सेना ने सभी को नोटिस भेजा था।

Sanjay Singh ने कहा, ”राज्यसभा का सदस्य हूं और मुझे सच बोलने का हक है”
Sanjay Singh ने यह भी कहा कि मैं उच्च सदन का सदस्य हूं और मुझे सच बोलने का हक है। उन्होंने कहा, “वीके सक्सेना को मैं कहना चाहता हूं कि भारत का संविधान मुझे सच बोलने का अधिकार देता है। देश के सर्वोच्च सदन का सदस्य होने के नाते मुझे सच बोलने का अधिकार है। किसी चोर, भ्रष्ट व्यक्ति के नोटिस भेजने से मैं रुकने और डरने वाला नहीं हूं। ऐसे नोटिस को मैं 10 बार फाड़कर फेंकता हूं। तुम यदि सोचते हो कि तुम भ्रष्टाचार करोगे, लूट करोगे और भ्रष्टाचार को नोटिस के नीचे दबा लोगे तो यह संभव नहीं है।”
LG को गिरफ्तार करने की मांग
राज्यसभा सांसद वीके सक्सेना ने केवीआईसी की सीबीआई और ईडी जांच की मांग करते हुए कहा, “ऐसे भ्रष्ट व्यक्ति को गिरफ्तार कर के जेल में बंद कर देना चाहिए। उन्होंने कहा कि 4,55,000 में से 1,93,598 कर्चमारियों का ही खाता खोला गया था। बाकी 2.5 लाख से अधिक ‘घोस्ट एंप्लॉयी’ थे, जिन्हें हर महीने कैश पेमेंट जाती रही। इन ‘घोस्ट एंप्लॉयी’ का पैसा एलजी वीके सक्सेना के पास जाता रहा है।
साथ ही कुछ डॉक्यूमेंट्स दिखाते हुए उन्होंने कहा कि पटना हाईकोर्ट ने 2017 को यह आदेश जारी किया था कि केवीआईसी किसी भी कर्मचारी का पेमेंट कैश में नहीं करेगा लेकिन इसके बावजूद वीके सक्सेना की अध्यक्षता वाली केवीऐईसी के डायरेक्टर ने 2017 में कैश पेमेंट जारी रखा। संजय सिंह का कहना है कि वीके सक्सेना ने केवीआईसी का अध्यक्ष रहते हुए लगभग 2.5 लाख कर्मचारियों का पैसा खाया है और डकार भी नहीं ली। पीएम मोदी से सवाल करते हुए उन्होंने कहा, “ऐसे भ्रष्टाचारी व्यक्ति को नरेंद्र मोदी जी बताइए आपने दिल्ली का एलजी क्यों बनाया?”
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