नीती आयोग (NITI Aayog) ने गरीबी, बेरोजगारी, शिक्षा और विकास पर रिपोर्ट पेश की है। इस रिपोर्ट में आयोग ने दावा किया है कि बेरोजगारी, गरीबी, विकास, विधि व्यवस्था, शिक्षा एवं स्वास्थ्य क्षेत्रों में बिहार सबसे निचले पायदन पर आ गया है। राज्य में बेरोजगारी दर बढ़ती जा रही है। शिक्षा क्षेत्र कोमा में चला गया है। इस रिपोर्ट के जारी होने के बाद बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) नीतीश कुमार (Nitish Kumar) पर हमलावर हैं।
Lalu Prasad Yadav ने क्या कहा?
लालू प्रसाद यादव ने रिपोर्ट का सहारा लेते हुए नीतीश कुमार को चुल्लू भर पानी मे डूब मरने की सलाह दी है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा नीति आयोग सहित मूल्यांकन करने वाली अनेक प्रतिष्ठित संस्थाओं की बेरोजगारी, गरीबी, विकास, विधि व्यवस्था, शिक्षा एवं स्वास्थ्य क्षेत्रों की बहुआयामी रिपोर्ट्स में लगातार बिहार देश में सबसे निचले पायदान पर है। “नीतीश कुमार को अब चुल्लू भर पानी में डूब मरना चाहिए”
इससे पहले तेजस्वी यादव ने भी नीतीश कुमार पर नीती आयोग की रिपोर्ट के सहारे हमला बोलते हुए कहा था कि 16 साल में नीतीश कुमार ने बिहार को बदहाल कर दिया है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा था कि नीतीश के 16 साल बिहार सबसे बदहाल नीति आयोग की दूसरी रिपोर्ट के 7 सूचकांकों में भी बिहार की सबसे बुरी और खराब स्थिति है। डबल इंजन सरकार के पास कोई तार्किक जवाब नहीं। जब राज्यहित में तथ्य,तर्क और सच्चाई के साथ सवाल पूछता हूँ तो धरा के सबसे ज्ञानी 16वर्षीय मुख्यमंत्री भड़क जाते है
सबसे गरीब जिलों में आता है किशनगंज-NITI Aayog
नीती आयोग ने अपनी रिपोर्ट में खुलासा किया है कि बिहार के 38 जिलों में सबसे अधिक गरीबी किशनगंज में है। किशनगंज वही इलाका जहां पर सबसे अधिक मुस्लिम आबादी रहती है। नीति आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, पटना में अमीरों की संख्या सबसे ज्यादा मानी जाती है। 29.20 प्रतिशत पटना में अमीरों की श्रेणी में आते हैं, इसके बाद मुजफ्फरपुर, गया और भागलपुर जिले हैं।
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