उत्तर प्रदेश के Firozabad में Viral Fever और डेंगू जमकर तबाही मचा रहा है। यहां पर 10 दिन के भीतर डेंगू बुखार के कारण 46 बच्चों की मौत हो गई है। वहीं जापानी बुखार से पूर्वांचल में कई बच्चे पीड़ित हैं। August का आखिरी माह चल रहा है उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के BRD Medical Collegeमें जापानी बुखार से पीड़ित दर्जन भर बच्चों को भर्ती कराया जा चुका है।
बीआरड़ी मेडिकल कॉलेज में कई दिनों ने बच्चे भर्ती हैं और मरीजों के आने का सिलसिला बढ़ता जा रहा है। इस बीमारी में अधिकतर बच्चों को बुखार के साथ तेज झटके भी आते हैं। जापानी इंसेफलाइटिस (Japanese encephalitis) का प्रमुख लक्षण है।
फिरोजबाद की घटना ने सभी के रोंगटे खड़े कर दिए हैं। यहां पर 10 दिन के भीतर 46 बच्चों की मौत सिर्फ वायरल- डेंगू के कारण हुई है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना पर दुख व्यक्त किया है। साथ ही बीमार बच्चों के बेहतर उपचार के लिए जिले के डीएम को निर्देश भी दिया है।
भारी क्षती को ध्यान में रखते हुए सीएम योगी सोमवार को फिरोजाबाद का दौरा करेंगे। सीएम योगी मेडिकल कॉलेज में भर्ती बच्चों से मुलाकात करेंगे। साथ ही स्वास्थ्य व्यवस्था का जयजा भी लेंगे। सीएम 15 मिनट तक अस्पताल में बच्चों के साथ समय बिताएंगे।
जारी कार्यक्रम के अनुसार, सीएम योगी दोपहर 12 बजे लखनऊ स्थित अपने सरकारी आवास 5-कालिदास मार्ग से निकलेंगे। उसके बाद हेलीकॉप्टर से 1 बजकर 10 मिनट पर फिरोजाबाद पहुंचेंगे। यहां से सीएम योगी मेडिकल कॉलेज पहुंचेंगे और भर्ती परिजनों के मरीजों से मुलाकात करेंगे और स्वास्थ्य सेवाओं का निरीक्षण करेंगे। सीएम योगी मेडिकल कॉलेज में 15 मिनट तक रहेंगे।
बता दें कि फिरोजाबाद के मेडिल कॉलेज में कोरोना मरीजों के लिए जो वार्ड बानाए हैं वहां पर वायरल और डेंगू से पीड़ित बच्चों को भर्ती कराया गया है। वार्ड पूरी तरह से मरीजों से भरा हुआ है। यहां बच्चों की मौतों का सिलसिला कम नहीं हो रहा है। रविवार को भी 6 नई मौतें सामने आई. शनिवार को भी 6 बच्चों की मौत हुई थी।
वहीं गोरखपुर और उससे लगे पूर्वांचल के कई जिलों में जुलाई से लेकर अक्टूबर तक यानी मॉनसून के मौसम में जापानी इंसेफेलाइटिस का प्रकोप दशकों से यहां के बच्चों की जान ले रहा है। हर साल सैकड़ों की संख्या में बच्चे इस बीमारी से पीड़ित होते हैं और बड़ी संख्या में बच्चों की मौत भी होती है लेकिन योगी सरकार का दावा है कि 4 चार साल में इस बीमारी पर काबू पा लिया गया है। सरकार के बयान की तस्वीर बीआरडी मेडिकल कॉलेज में साफ दिखाई दे रही है।
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