Gujarat Cloudburst: गुजरात के बीते शनिवार को भीषण तबाही देखने को मिला। दरअसल, गुजरात के जूनागढ़ में बीते शनिवार को बादल फट गया जिसकी वजह से पूरे इलाके में तबाही का मंजर देखने को मिला। इतना ही नहीं, कई कार और मवेशी पानी की तेज धार में बह गए। इस बीच मौसम विभाग ने 23 जुलाई को भी भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। बता दें कि बादल फटने के बाद गाड़ियां और मवेशी तिनके की तरह बहते हुए नजर आए। इस दौरान बुजुर्ग शख्स के पानी में बहने के बाद गुजरात पुलिस के जवानों ने रेस्कयू किया।
जानकारी के मुताबिक, पहली बार जूनागढ़ शहर में इस तरह का खौफनाक दृश्य देखने को मिला। जहां गाड़ियां पानी में तैरती हुई नजर आई और लोगों के घरों में पानी भी घुस गया। वीडियो में देख सकते हैं कि लोग अपने बच्चों को कपड़े में लिटाकर दिवालों में लटका रखे हैं। बता दें कि नवसारी और जूनागढ़ जिले सबसे ज्यादा बारिश से प्रभावित हुए हैं। इतना ही नहीं जूनागढ़ में पानी का बहाव इतना तेज था कि बुजुर्ग पानी में बह गए जिसके बाद गुजरात पुलिस के जवानों ने बुजुर्ग का रेस्क्यू किया।
Gujarat Cloudburst: कई जिलों में भारी बारिश की वजह से घरों में भरा पानी
बता दें कि गुजरात में बारिश का सिलसिला जारी है। गुजरात के दक्षिण और सौराष्ट्र क्षेत्रों के कई जिलों में बीते शनिवार को कई जिलों में भारी बारिश हुई जिसके वजह से शहरी इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई। बारिश के कारण कई आवासीय क्षेत्रों और बाजारों में पानी भर गया। लोग सुरक्षित स्थानों तक पहुंचने के लिए कमर तक पानी में चलते हुए नजर आए। बारिश की वजह से बांधों और नदियों में जलस्तर खतरनाक स्तर तक बढ़ने से गांव अलग-थलग पड़ गए। राज्य के कई हिस्सों में पानी भर गया, जिससे ट्रैफिक जाम हो गया और निवासियों को आवागमन में दिक्कतें हुईं।
नवसारी और जूनागढ़ में सबसे ज्यादा बारिश हुई, जहां आवासीय इलाकों और बाजारों में बाढ़ आ गई। अधिकारियों ने लोगों से सावधानी बरतने, बांधों या आसपास के इलाकों में न जाने और किसी भी आपात स्थिति के बारे में रिपोर्ट करने का आग्रह किया।
Gujarat Cloudburst: मौसम विभाग ने मछुआरों को दिया सलाह
जानकारी के मुताबिक, राज्य आपात अभियान केंद्र ने बताया कि जिले के नवसारी और जलालपोर तालुका में सुबह छह बजे से शाम चार बजे तक लगातार 303 और 276 मिलीमीटर बारिश हुई है। राज्य आपात अभियान केंद्र के मुताबिक, देवभूमि द्वारका, भावनगर, भरूच, सूरत, तापी, वलसाड और अमरेली ऐसे कई जिले हैं जहां शनिवार को भारी बारिश हुई। इस बीच मौसम विभाग ने 22 जुलाई से 26 जुलाई तक उत्तरी गुजरात के तटवर्ती क्षेत्रों में मछुआरों को समुद्र में मछली पकड़ने के लिए नहीं जाने की सलाह दी है।
Gujarat Cloudburst: 8 घंटे में हुई 219 मिमी बारिश
बता दें कि जूनागढ़ में 8 घंटे में 219 मिमी बारिश हुई जिससे शहर बुरी तरह प्रभावित हुआ। वहां खड़ी कारें और मवेशी पानी के तेज बहाव में बह गए, साथ ही लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचने के लिए कमर तक पानी से गुजरते हुए देखा गया। इसके आलावा, निचले इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए बचाव दल तैनात किए गए।
Gujarat Cloudburst: इन इलाकों में हुई मूसलाधार बारिश
दक्षिण गुजरात के नवसारी जिले में भी भारी बारिश हुई जिससे सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया और शहरी और ग्रामीण इलाकों में बाढ़ आ गई। नवसारी शहर में एक पिता-पुत्र की जोड़ी उफनते नाले में बह गई। एक अधिकारी ने कहा कि व्यक्ति को बचा लिया गया, जबकि बेटे का पता लगाने के प्रयास जारी हैं।
भारी बारिश के कारण नवसारी के पास मुंबई-अहमदाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी यातायात जाम हो गया। भारी बारिश वाले अन्य जिलों में देवभूमि द्वारका, भावनगर, भरूच, सूरत, तापी, वलसाड और अमरेली शामिल हैं।
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