Wrestler Protest: भारतीय कुश्ती महासंघ की कार्यकारी समिति और वार्षिक आम बैठक 22 जनवरी को यूपी के अयोध्या में होगी। बैठक में महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह भी होंगे। जानकारी के अनुसार बृजभूषण सिहं इस बैठक में इस्तीफा दे सकते हैं।खेल मंत्रालय के अधिकारियों के साथ पहलवानों की बैठक खत्म हो चुकी है। इस बैठक में पहलवानों की तरफ से करीब 4 लोग प्रतिनिधिमंडल में शामिल हुए थे।
राष्ट्रमंडल और एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगट (Vinesh Phogat) ने बुधवार को भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) और उसके अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर कुछ गंभीर आरोप लगाए। विनेश ने कहा कि “राष्ट्रीय प्रशिक्षकों ने कई सालों तक महिला पहलवानों से छेड़छाड़ की और उन्हें डब्ल्यूएफआई अधिकारियों द्वारा जान से मारने की धमकी दी गई।” गौरतलब है कि विनेश ने अन्य शीर्ष भारतीय पहलवानों के साथ बुधवार को जंतर मंतर पर विरोध प्रदर्शन किया। पहलवानों ने डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष को पद से हटाने की मांग की।
Wrestler Protest: Vinesh Phogat ने कही ये बात
ओलंपिक कांस्य पदक विजेता पहलवान बजरंग पुनिया ने विरोध प्रदर्शन में कहा, “जब तक डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष को हटाया नहीं जाता, तब तक हम किसी भी अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग नहीं लेंगे।” बृजभूषण शरण सिंह 2011 से डब्ल्यूएफआई के शीर्ष पर हैं। वह फरवरी 2019 में लगातार तीसरी बार डब्ल्यूएफआई के अध्यक्ष चुने गए थे। विनेश ने कहा, “हमें धमकी दी गई थी कि अगर हम बोलेंगे तो हमारा करियर खत्म हो जाएगा। फेडरेशन के सदस्यों ने महिला पहलवानों के खिलाफ अपशब्दों का इस्तेमाल किया। हमने प्रधानमंत्री से भी संपर्क किया है।”

रियो ओलंपिक की पदक विजेता साक्षी मलिक, विश्व चैंपियनशिप की पदक विजेता सरिता मोर, संगीता फोगट, सत्यव्रत मलिक, जितेंद्र किन्हा और राष्ट्रमंडल खेलों के पदक विजेता सुमित मलिक उन 30 पहलवानों में शामिल हैं जो बुधवार को जंतर मंतर पर एकत्र हुए। विश्व चैंपियनशिप की पदक विजेता और ओलंपियन विनेश ने यह भी दावा किया कि लखनऊ में नेशनल कैंप में कई कोचों ने महिला पहलवानों का शोषण किया है, यह कहते हुए कि शिविर में कुछ महिलाएं हैं जो डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष के कहने पर पहलवानों से संपर्क करती हैं।
विनेश ने आगे कहा, “कुछ कोचों ने लड़कियों का शोषण किया है। न जाने कितनी लड़कियों को उनके कारण भुगतना पड़ा है।” विनेश ने हालांकि स्पष्ट किया कि उन्होंने खुद इस तरह के शोषण का सामना नहीं किया है, लेकिन दावा किया कि उन्हें डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष के इशारे पर उनके करीबी अधिकारियों से जान से मारने की धमकी मिली थी, क्योंकि उन्होंने कई मुद्दों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ध्यान आकर्षित करने का साहस किया था।

विनेश ने कहा, “मैं कम से कम 10-12 महिला पहलवानों को जानती हूं जिन्होंने मुझे डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष के हाथों हुए यौन शोषण के बारे में बताया। उन्होंने मुझे अपनी कहानियां सुनाईं। मैं अभी उनका नाम नहीं ले सकती।” विनेश के साथ बैठे टोक्यो ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता बजरंग पुनिया ने कहा कि फेडरेशन मनमाने ढंग से चलाया जा रहा है और वे तब तक किसी अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में हिस्सा नहीं लेंगे जब तक डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष को हटाया नहीं जाता। उन्होंने कहा, “हमारी लड़ाई सरकार या भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) के खिलाफ नहीं है। यह WFI के खिलाफ है। ये अब आर पार की लड़ाई है।”
डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने आरोपों का जवाब दिया है। उन्होंने कहा, “जैसे ही मुझे पता चला कि पहलवान विरोध कर रहे हैं, मैं यहां आ गया। क्या कोई ऑन रिकॉर्ड है जो कह सकता है कि फेडरेशन ने हमारे साथ छेड़छाड़ की है?” “अगर आपके पास महासंघ के साथ इस तरह के मुद्दे थे, तो उन्हें 10 साल तक किसी ने क्यों नहीं उठाया? जब भी नियम बनते हैं तो मुद्दे सामने आते हैं।”
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