Cyclone Asani: बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने चक्रवात के अगले कुछ घंटों में Cyclone Asani में बदलने के आसार हैं। इसके कारण अंडमान निकोबार में तेज बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग के अनुसार रविवार से ही अंडमान निकोबार में तेज हवा और बारिश हो रही है। सोमवार की सुबह मौसम विभाग की ओर से एक ट्वीट कर हालात के लिए सचेत किया गया है।
Cyclone Asani: मौसम विभाग के अनुसार, बंगाल की खाड़ी के दक्षिण पूर्व में, कार निकोबार से लगभग 320 किमी उत्तर-पूर्व में और पोर्ट ब्लेयर के 110 किमी दक्षिण-पूर्व में दबाव बन रहा है, जिसके अगले 12 घंटों में और गहरा होकर तूफान में बदलने की आशंका है। इसके बाद अगले 48 घंटों में अंडमान के साथ-साथ उत्तर की ओर म्यांमार तट की ओर बढ़ेगा।
Cyclone Asani: आसनी का क्या अर्थ है?
Cyclone Asani का नाम श्रीलंका द्वारा दिया गया है। दरअसल, रिपोर्टों के अनुसार, श्रीलंका में आधिकारिक भाषा सिंहल में ‘आसन’ का अर्थ ‘क्रोध’ होता है।
चक्रवात के नाम रखना क्यों हैं अनिवार्य?
Cyclone Asani: किसी भी चक्रवात का नाम रखना इसलिए अनिवार्य होता है क्याोंकि इससे पहचान करने में आसानी रहती है। कई बार एक साथ दो या तीन चक्रवात अलग-अलग छोर पर शुरू हो जाते हैं ऐसे में, प्रत्येक को पहचान कर उसका सही अपडेट देना काफी जरूरी हो जाता है। पैटर्न और अन्य शोधों का अध्ययन करने के लिए भी नामकरण बहुत महत्वपूर्ण है। बिना नाम के संख्या नहीं दे सकते हैं और किसी विशेष चक्रवात के बारे में बात नहीं कर सकते हैं।
कैसे रखे जाते हैं चक्रवातों के नाम?
Cyclone Asani: एक रिपोर्ट के अनुसार, पहले सभी चक्रवात के नाम महिलाओं के नाम से रखा जाता था लेकिन अब ऐसा नहीं है। दरअसल अब कई देश एक साथ बैठकर किसी भी चक्रवात का नाम सोचते हैं और उसपर अपनी सहमति जताते हैं।
भारत विश्व के दक्षिणी हिस्से में आता है। इसके साथ ही कुल 7 ऐसे देश हैं जो इस हिस्से में आते हैं- बांग्लादेश, भारत, मालदीव, म्यांमार, ओमान, पाकिस्तान, श्रीलंका और थाइलैंड। ये आपस में एक-एक कर चक्रवातों को नाम देते हैं, जिन पर सभी देशों की बैठक में चर्चा होती है और फिर बाद में उन्हें अंतिम रूप दिया जाता है। नाम पहले से तय कर लिए जाते हैं और जब चक्रवात आता है तो उसके नाम के आधार पर रिपोर्ट पेश की जाती है।
2020 में जारी की गई थी लिस्ट
2020 में 13 देशों ने Tropical Ocean Cyclone के लिए 13 अलग-अलग नाम यानी कुल 169 नाम दिए थे। नामों को सूची से क्रमिक रूप से उठाया जाता है जैसे कि राष्ट्र एक-एक करके चक्रवातों का नाम लेते हैं। इसी प्रक्रिया द्वारा बंगाल की खाड़ी के ऊपर की मौसम प्रणाली को आसनी नाम दिया गया है, जो सूची में अगला नाम है।
इस बात की जानकारी मौसम विभाग द्वारा दी गई थी।
आप भी दे सकते हैं अपना सुझाव
आप भी चाहे तो किसी भी चक्रवात के नाम का सुझाव दे सकते हैं। आपको केवल कुछ मूलभूत मानदंडों को ध्यान में रखना होगा। जैसे आप कोई ऐसा नाम सोचे जो प्रसारण के समय छोटा और आसानी से समझा जा सके। इसके अलावा, नाम कोई भड़काऊ अर्थ व्यक्त नहीं करना चाहिए। एक तूफान इतनी मृत्यु और विनाश का कारण बनता है इसलिए इसका बार-बार उपयोग नहीं किया जाता है।
भारत से संबंधित सुझाए गए नाम के बारे में आप मौसम विभाग के महानिदेशक, मौसम भवन, लोदी रोड, नई दिल्ली को अपने द्वारा सुझाए गए नाम सूचित कर सकते हैं। आप अपना सूझाव IMD के ईमेल पते पर भी भेज सकते हैं।
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