MCD Election 2022 में कथित तौर पर टिकट बेचने के आरोप में एंटी करप्शन विभाग ने एक बड़ी कार्रवाई की है। दरअसल, एंटी करप्शन विभाग ने आम आदमी पार्टी के नेता अखिलेशपति त्रिपाठी के करीबी ओम सिंह को गिरफ्तार किया है। इनके साथ ही शंकर पांडे और प्रिंस रघुवंशी को भी गिरफ्तार किया गया है। दरअसल, इन तीनों पर आरोप लगा है कि इन्होंने आम आदमी पार्टी की एक महिला कार्यकर्ता को टिकट दिलाने के लिए कुछ पैसों की मांग की थी। इसी के साथ पुलिस इस बात का पता लगाने की भी कोशिश कर रही है कि ऐसे ही कितने और लोगों से पैसे लिए गए हैं।
MCD Election 2022: क्या है पूरा मामला?
मामला कमला नगर के वार्ड नंबर 69 का है। यहां की आम आदमी पार्टी की कार्यकर्ता शोभा से टिकट के लिए 90 लाख रुपये की मांग की गई थी। कार्यकर्ता शोभा का आरोप है कि आम आदमी पार्टी के MLA अखिलेशपति त्रिपाठी ने उनसे पैसे मांगे। इसमें से 35 लाख रुपये अखिलेशपति त्रिपाठी ने रखे और 20 लाख रुपये वजीरपुर के MLA राजेश गुप्ता को भेजे गए। वहीं, काम पूरा होने के बाद बचे हुए 35 लाख रुपये देने थे।
MCD Election 2022: रंगे हाथों पकड़े गए तीनों आरोपी
मांगे गए पैसे मिलने के बाद भी कार्यकर्ता शोभा के नाम लिस्ट में नहीं था। इसके बाद शिकायतकर्ता ने एसीबी की टीम के साथ मिलने पर प्लानिंग की और उन्हें अपने घर पर बुला लिया। इसके बाद 15- 16 नवंबर की रात ओम सिंह अपने साथी शंकर पांडे और प्रिंस रघुवंशी के साथ शिकायत कर्ता के घर 35 लाख में से 33 लाख रुपये वापस करने के लिए कार्यकर्ता के घर आया तभी एसीबी ने तीनों को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
बीजेपी मे आम आदमी पार्टी पर बोला हमला
अब जल्द ही एसीबी वजीरपुर के MLA राजेश गुप्ता और MLA अखिलेखपति त्रिपाठी से भी पूछताछ करेगी। वहीं, इस बात से दिल्ली की सियासत काफी गर्मा गई है। बीजेपी जमकर आम आदमी पार्टी पर हमला बोल रही है। हालांकि, पार्टी का दावा है कि आरोपी ओम सिंह, अखिलेशपति त्रिपाठी का साला नहीं है जबकि एसीबी ने ओम सिंह को अखिलेशपति त्रिपाठी का साला बताया है।
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