World Food Safety Day: हर साल भारत और पूरे विश्व में 7 जून को वर्ल्ड फूड सेफ्टी डे मनाया जाता है। इस दिन को लोगों के बीच खाद्य सुरक्षा के प्रति जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से मनाया जाता है। समय के साथ लोगों की जीवनशैली में तेजी से बदलाव हो रहा है। इन बदलावों का नतीजा ये है कि लोगों की खान- पान को लेकर आदतें बदल गई हैं जिससे कई तरह की बीमारियों का लोगों को सामना करना पड़ता है। ऐसे में आज के समय में इस दिन का महत्व और बढ़ गया है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) प्रति वर्ष इस दिन को इसी उद्देश्य से मनाता है कि जो लोग दूषित खाने से कई बीमारियों से ग्रस्त होते हैं उस पर रोक लगाई जा सके। इसके साथ ही दूषित खाने से संबंधित रोगों की पहचान की जा सके और इनकी रोकथाम के लिए काम किए जाएं।
World Food Safety Day: जानिए क्या है इस बार की थीम
डब्लू.एच.ओ (WHO) हर साल 7 जून को विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस को नए- नए थीम के जरिए मनाता है। हस साल इस दिन के लिए नई थीम रखी जाती है। इस साल वर्ल्ड फूड सेफ्टी डे की थीम रखी गई है, ‘Safer Food, Better Heath’ यानी अच्छा खाएं अच्छी सेहत रखें। इस मौके पर WHO ने एक कैंपेन भी लॉन्च किया, जिससे वैश्विक भागीदारी को बढ़ाया जा सके।
World Food Safety Day: क्या है इस दिन का महत्व
कोरोना महामारी के आने के बाद विश्व में स्वास्थ्य सकंट के साथ आर्थिक सकंट भी बढ़ गया। इस स्थिति में लोगों में पोषण की कमी और अधिक हो गई। बड़ों के साथ- साथ बच्चों में भी काफी मात्रा में कमी पाई गई। कोरोना महामारी के बाद फूड सेफ्टी का महत्व अधिक हो गया है।
बता दें कि खराब खाने से व्यक्ति खाद्य जनित रोगों (Foodborne Diseases) का शिकार होता है। खराब फूड क्वालिटी सेहत पर बुरा असर डालती है जिससे किसी व्यक्ति के ग्रोथ और डेवलपमेंट पर असर पड़ता है। इससे गैर संक्रामक और संक्रामक रोगों के साथ मानसिक बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है। World Food Safety Day का लक्ष्य इस मैसेज को लोगों तक पहुंचाना है कि हर स्टेज में फसल का उत्पादन, भंडारण, वितरण, इसे तैयार करने और खाने तक में खाद्य सुरक्षा का ध्यान रखा जाना चाहिए।
World Food Safety Day: आखिर क्यों मनाया जाता है ये दिन, जाने इस दिन का इतिहास
साल 2017 में पहली बार WHO ने वर्ल्ड फूड सेफ्टी डे को मनाने की पहल की थी। 20 दिसंबर 2018 में संयुक्त राष्ट्र की जनरल असेंबली ने World Food Safety Day की शुरुआत की और इसे 7 जून को मनाए जाने का दिन तय किया गया।
जिससे फूड सेफ्टी के मुद्दे को लेकर लोगों में जागरूकता बढ़ाई जा सके। विश्व स्वास्थ्य संगठन और फूड एंड एग्रीकल्चर ऑर्गेनाइजेशन ऑफ द यूनाइटेड नेशंस (FAO) ने संयुक्त रूप से सदस्य देशों और दूसरे साझेदारों के साथ मिलकर वर्ल्ड फूड सेफ्टी डे की शुरुआत की थी।
वर्ल्ड फूड सेफ्टी डे (World Food Safety Day) का मकसद फूड सिस्टम्स में बदलाव लाना है जिसे दूषित खाने और खाद्य जनित रोगों से बचा जा सके। ये दिन उन प्रयासों को मजबूत करने का भी अवसर उपलब्ध कराता है, जिससे ये सुनिश्चित किया जा सके कि जो खाना हम खा रहे हैं, वो सुरक्षित हो और वैश्विक स्तर पर खाद्य जनित रोगों के बोझ को कम किया जा सके।
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