जोशीमठ मामले की तुरंत सुनवाई करने से Supreme Court का इंकार, कहा- लोकतांत्रिक सरकारें अपना काम कर रहीं

Supreme Court: सीजेआई ने कहा कि वहां राज्य में चुनी हुई सरकार भी है।वो भी इनका समाधान देख सकती हैं। सीजेआई ने ये भी कहा कि कोर्ट आने वाले हर मामले महत्वपूर्ण होते हैं,लेकिन लोकतांत्रिक संस्थाएं भी अपना काम कर रही हैं।

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Superme Court

Supreme Court: सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को जोशीमठ मामले की जल्द सुनवाई की मांग से इंकार कर दिया।सीजेआई जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा कि ऐसे सभी अहम मसलों पर सुप्रीम कोर्ट में आने की जरूरत नहीं। सीजेआई ने कहा कि वहां राज्य में चुनी हुई सरकार भी है।वो भी इनका समाधान देख सकती हैं।

सीजेआई ने ये भी कहा कि कोर्ट आने वाले हर मामले महत्वपूर्ण होते हैं,लेकिन लोकतांत्रिक संस्थाएं भी अपना काम कर रही हैं।हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने मामले पर तुरंत सुनवाई से इनकार करते हुए कहा 16 जनवरी को हम इस मामले पर सुनवाई करेंगे।

Supreme Court on Joshimath news.
Supreme Court.

Supreme Court: शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने दायर की याचिका

Supreme Court on Joshimath issue.
Joshimath is sinking.

Supreme Court: जोशीमठ में जमीन धंसने और घरों में दरारें पड़ने का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है।हालांकि जोशीमठ मामले की जल्द सुनवाई की मांग पर शीर्ष अदालत ने तुरंत सुनवाई से इनकार किया। सीजेआई ने याचिकाकर्ता के वकील अंजनी कुमार मिश्रा से मंगलवार को केस मेंशनिंग लिस्ट में लिस्ट कराने को कहा।सीजेआई ने कहा उसके बाद मामले पर विचार करेंगे।

दरअसल ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने इस मसले में सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है।याचिका के जरिये जोशीमठ में घटना से प्रभावित लोगों को सहायता देने, उनकी संपत्ति का बीमा करवाने की मांग उठाई है।

याचिका में कहा गया है कि यह घटना बड़े पैमाने पर औद्योगीकरण के कारण हुई है। उत्तराखंड के लोगों को तत्काल आर्थिक सहायता और मुआवजा देने का अनुरोध किया गया है।याचिकाकर्ता ने नरसिंह मंदिर के अलावा आदि शंकराचार्य से जुड़ी प्राचीन जगहों के नष्ट होने का भी अंदेशा जताया गया है।

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