Kashmir: कश्मीरी पंडितों के नरसंहार मामले में Roots in Kashmir नाम की एक संस्था ने सुप्रीम कोर्ट में क्यूरेटिव याचिका दाखिल की है। रूट्स इन कश्मीर संस्था की ओर से घटना के 32 साल बाद दाखिल इस क्यूरेटिव पेटिशन के साथ सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष विकास सिंह की सिफारिश भी है। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने 2017 में यह कहते हुए इस मामले में दाखिल रिव्यू याचिका को खारिज कर दिया था कि नरसंहार के 27 साल बाद सबूत जुटाना मुश्किल है।
मामले की जांच Kashmir के अलावा किसी और राज्य में कराई जाए
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कोर्ट में दायर याचिका में 1984 में हुए सिख दंगों का हवाला देते हुए कहा गया है कि जब सुप्रीम कोर्ट ने 33 साल बाद 1984 के सिख दंगों की जांच करवाई है तो इस मामले की भी जांच होनी चाहिए। याचिका में यह भी मांग की गई है कि यासीन मलिक और फारुक अहमद डर उर्फ बिट्टा कराटे, जावेद नालका सहित अन्य आतंकवादियों पर भी मुकदमा दर्ज करने की मांंग की गई है। इसके अलावा याचिका में मामले की जांच कश्मीर को छोड़कर किसी और राज्य में ट्रांसफर कर CBI जैसी स्वतंत्र जांच एजेंसी से कराई जाने की मांग है।
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गौरतलब है कि विवेक अग्निहोत्री के डायरेक्शन वाली The Kashmir Files आने के बाद कश्मीरी पंडितों के पलायन और नरसंहार को लेकर एक बार फिर पूरे देश में बहस छिड़ गई है। फिल्म की बात करें तो वो बॉक्स ऑफिस पर बहुत ही शानदार प्रदर्शन कर रही है। बता दें कि फिल्म ने 200 करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई कर ली है।
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