2020 Delhi Riots: दिल्ली दंगा को लेकर दिल्ली हाई कोर्ट (Delhi High Court) में एक याचिका दाखिल की गई थी, जिसमें दंगा भड़काने में कथित भूमिका के लिए राजनेताओं सहित कई लोगों के खिलाफ प्राथमिकता दर्ज की गई थी। इस ममले को लेकर हाई कोर्ट ने बड़े नेताओं को नोटिस जारी किया है। कोर्ट ने कांग्रेस नेता सोनिया गांधी, महासचिव प्रियंका गंधी, केरल से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और अनुराग ठाकुर, कपिल मिश्रा को भी नोटिस दिया है। इसमें पूछा गया है कि क्यों ना दिल्ली दंगे मामले में पक्षकार के रूप में उनपर मुकदमा चलाया जाए।
2020 Delhi Riots पर मांगा जवाब
कोर्ट ने सभी नेताओं से चार मार्च 2022 तक जवाब मांगा है। कोर्ट ने पिछली बार की सुनवाई में कहा था कि क्या वे वही लोग हैं, जिनके खिलाफ आरोप लगाए गए हैं, क्या वे लोग इस केस में पक्षकार हैं? कोर्ट ने पूछा है कि क्या हम उनकी बातों को बिना सुने उनकी गिरफ्तारी की याचिका आगे बढ़ा दें?
गौरतलब है 23 फरवरी 2020 – 29 फरवरी 2020 तक 6 दिन तक दिल्ली के उत्तर पूर्वी दिल्ली के इलाके में दंगे हुए थे। इसमें 53 लोग मारे गए और 200 से ज्यादा लोग घायल हुए। दंगे में एक पुलिसकर्मी, एक खुफिया अधिकारी की भी हत्या हुई थी। उस समय अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप गुजरात दौरे पर थे।
2020 Delhi Riots का इलजाम
बता दें कि दिल्ली दंगे को लेकर कई बीजेपी नेताओं पर कथित तौर पर दंंगा भड़काने का आरोप लगा था। बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने कहा था, “डीसीपी साहब हमारे सामने खड़े हैं, मैं आप सबके बिहाफ़ (की ओर से) पर कह रहा हूँ, ट्रंप के जाने तक तो हम शांति से जा रहे हैं, लेकिन उसके बाद हम आपकी भी नहीं सुनेंगे, अगर रास्ते ख़ाली नहीं हुए तो। ट्रंप के जाने तक आप (पुलिस) जाफ़राबाद और चांदबाग़ ख़ाली करवा लीजिए, ऐसी आपसे विनती है, वरना उसके बाद हमें रोड पर आना पड़ेगा।”
संबंधित खबरें: