UP Election 2022 से ठीक पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने Jhansi रेलवे स्टेशन का नाम वीरांगना लक्ष्मीबाई कर दिया है। इस संबंध में यूपी सरकार की ओर से 29 दिसंबर को औपचारिक अधिसूचना जारी की गयी है।

इस मामले में रेलवे मंत्रालय की ओर से बताया गया है कि उच्चाधिकारियों से आधिकारिक आदेश मिलते ही मंडल रेल प्रशासन नाम बदलने की प्रक्रिया शुरू कर देगा। इसके साथ ही Jhansi स्टेशन का कोड भी बदल जाएगा। झांसी रेलवे स्टेशन का नाम बदलने का प्रस्ताव यूपी सरकार ने तीन महीने पहले केंद्र सरकार के पास भेजा था।
Jhansi रेलवे स्टेशन का नाम रानी लक्ष्मीबाई के नाम पर होने की घोषणा हुई
झांसी रेलवे स्टेशन का नाम रानी लक्ष्मीबाई के नाम पर होने की घोषणा के बाद झांसी के सांसद अनुराग शर्मा ने कहा कि यह बुंदेलखंड के लोगों के लिए गौरव की बात है। उन्होंने कहा कि इससे बुंदेलखंड में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।

रेलवे ने साल 1889 में झांसी में रेलवे स्टेशन बनाया था, जिसे अब रानी लक्ष्मीबाई के नाम से जाना जाएगा। इस मामले में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने बाकायदा ट्वीट करके जानकारी भी साझा की है।
MP के सीएम शिवराज सिंह ने भी Jhansi रेलवे स्टेशन का नाम बदले जाने पर खुशी जताई
वहीं रानी लक्ष्मीबाई के नाम पर झांसी स्टेशन का नाम बदले जाने पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी ट्वीट करके कहा, ”झांसी रेलवे स्टेशन का नाम अब ‘वीरांगना लक्ष्मीबाई रेलवे स्टेशन’ के नाम से जाना जायेगा। यह हमारी विशिष्ट संस्कृति, जीवन मूल्यों और धरोहर का सम्मान है। इस अभूतपूर्व निर्णय के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, यूपी के के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का अभिनंदन करता हूं।”
गौरतलब है कि यूपी में इससे पहले मुगलसराय रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्टेशन किया गया था। इलाहाबाद शहर का नाम प्रयागराज किया गया है, जबकि फैजाबाद का नाम बदलकर अयोध्या किया गया है।
अब झांसी रेलवे स्टेशन का नाम 1857 की क्रांति का चेहरा रहीं रानी लक्ष्मीबाई के नाम के नाम पर किया गया है। बता दें कि रानी लक्ष्मीबाई को झांसी की रानी भी कहा जाता है, ऐसे में उनके नाम से रेलवे स्टेशन का नाम होना, एक बड़े प्रतीक के तौर पर देखा जा सकता है।
इसे भी पढ़ें: भगवा रंग में रंगा मुगलसराय रेलवे स्टेशन, 5 अगस्त से कहलाएगा पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन