धर्मांतरण मामले में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सख्त हो गए हैं। उन्होंने कहा कि यह धंधा बंद करना ही होगा। वरना घर कानून को सौंपना पड़ेगा। योगी आदित्यनाथ ने आरोपियों पर रासुका के तहत कार्यवाही करने का आदेश भी दिया है। उन्होंने कहा है कि जो भी लोग इस मामले में संलिप्त हैं उनके खिलाफ गैंगस्टर लगाएं, एनएसए में निरुद्ध किया जाए। उनकी प्रॉपर्टी जब्त करने की कार्रवाई की जाए।
बता दें कि उत्तर प्रदेश एटीएस ने सोमवार को धर्मांतरण को लेकर बड़ा खुलासा किया था। राज्य में भारी संख्या में हिंदुओं को मुस्लिम बनाया जा रहा था। टीम ने मौलाना जहांगीर और उमर गौतम को लखनऊ से गिरफ्तार किया है। दोनों ही गरीब हिंदुओं को लालच देकर धर्म परिवर्तन कराने के लिए प्रोत्साहित करते थे। पकड़े गए दोनों आरोपी लखनऊ स्थित बड़े मुस्लिम संस्थान से जुड़े हैं।
एटीएस का कहना है कि अब तक 1 हजार से अधिक हिंदुओं को यह लोग मुस्लिम बना चुके हैं। खास कर इसमें गूंगे बहरे लोग शामिल हैं। उमर गौतम गरीब हिंदुओं को निशाना बनाता क्योंकि उन्हें लालच देकर आसानी से मुस्लिम बनाया जा सके।
रामपुर के एक गांव मे दो हिन्दू बच्चों का जबरन खतना करवाकर उनका धर्मांतरण करवाने में भी एक मौलाना का हाथ सामने आया है। दोनों पश्चिमी UP के रहने वाले हैं। इन्हें विदेश से संचालित एक मुस्लिम संगठन फंडिंग भी कर रहा था। ATS उसके बारे में जानकारी जुटा रही है।
खबर है कि दोनों इस्लामिक सेंटर भी चलाते थे यहां पर लोगों को धर्म परिवर्तन के लिए प्रोत्साहित किया जाता था। 3 जून को दिल्ली के डासना मंदिर में दो मुस्लिम लड़कों ने पुजारी पर हमले का प्रयास किया गया। दोनों को जब पकड़ा गया तो मौलाना उमर और जहांगीर के बारे जानकारी मिली।
ये मौलाना नोएडा डेफ सोसायटी में संचालित मूक बधिर स्कूल के छात्र-छात्राओं को बरगलाकर और प्रलोभन देकर धर्म परिवर्तन करवा चुके हैं। कानपुर, बनारस और नोएडा के भी तमाम बच्चों, महिलाओं का धर्म परिवर्तन करवा चुके हैं। कानपुर के एक बच्चे को साउथ के किसी शहर में ले जाया गया है। उसके बारे में STF पता लगा रही है।